कैलाश सिंह विकास वाराणसी
वाराणसी। पड़ाव स्थित अघोरेश्वर महाविभूति स्थल में नव-निर्मित अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गुरुवार को सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष बाबा औघड़ गुरुपद संभव राम की उपस्थिति में किया। महाविभूति स्थल प्रांगण में सर्वप्रथम अवधूत भगवान राम नर्सरी विद्यालय के बच्चों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अघोरेश्वर भगवान राम की समाधि पर पुष्पांजलि देकर माल्यार्पण-पूजन किया। नर्सरी विद्यालय के बच्चे स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अघोरेश्वर भगवान राम के तैल चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्ज्वलित कर फीता काटकर कर अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा अनुसंधान भवन का सर्वेक्षण करने के उपरांत अनुसंधान केंद्र के बाहर बने मंच पर बाबा गुरुपद संभव राम के साथ विराजमान हुए। नर्सरी विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत की प्रस्तुति की। छात्रा कुमारी शुभदा पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को रामचरित मानस और गुलदस्ता भेंट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर अघोरेश्वर भगवान राम के पावन धाम में यहाँ आकर मैं अपने को धन्य समझ रहा हूँ। आज का दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि अघोरेश्वर जननी के निर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे इस पूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करने वाले योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन करने का सुअवसर मुझे प्राप्त हुआ है। भारत की शैव परंपरा की अघोर परंपरा में साधना की एक ऐसी प्रकृति है जो इस जगत में रहते हुए भी परमात्मा के सान्निध्य का सौभाग्य हमें प्रदान करती है। व्यावहारिक दृष्टि से देखें तो यह परंपरा समाज को जोड़कर सामाजिक न्याय की अवधारणा को साकार करती है। सोलहवीं और सत्रहवीं शताब्दी में महाराजश्री बाबा कीनाराम ने जिस अघोर परंपरा को एक नया जीवन दीया था उसको अघोरेश्वर भगवान राम ने एक नयी ऊंचाई प्रदान की। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि शैव परम्परा से जुड़े होकर अघोरेश्वर भगवान राम के इस सर्वेश्वरी समूह से जुड़ने का अवसर आज मुझे मिला। हालाँकि मुझे अघोरेश्वर भगवान राम के आश्रम से जुड़ने का अवसर बहुत दिनों से मिला हुआ है। मैंने देखा है कि पड़ाव में किस तरह से पीड़ित-उपेक्षित जनों तथा कुष्ठ बंधुओं की सेवा का अप्रतिम योगदान समाज में दिया जा रहा है। आज अघोरेश्वर भगवान राम के सेवा कार्यों को आगे बढ़ाने वाले महाराज गुरुपद संभव राम द्वारा लोगों की पीड़ा और उनके रोग का हरण करने के लिए ही इस चिकित्सा केंद्र का शुभारम्भ किया गया है। मुख्यमंत्री ने अनुसंधान परिसर में ही बिल्व (बेल) पौधे का रोपण किया।
तहकीकात डिजिटल मीडिया को भारत के ग्रामीण एवं अन्य पिछड़े क्षेत्रों में समाज के अंतिम पंक्ति में जीवन यापन कर रहे लोगों को एक मंच प्रदान करने के लिए निर्माण किया गया है ,जिसके माध्यम से समाज के शोषित ,वंचित ,गरीब,पिछड़े लोगों के साथ किसान ,व्यापारी ,प्रतिनिधि ,प्रतिभावान व्यक्तियों एवं विदेश में रह रहे लोगों को ग्राम पंचायत की कालम के माध्यम से एक साथ जोड़कर उन्हें एक विश्वसनीय मंच प्रदान किया जायेगा एवं उनकी आवाज को बुलंद किया जायेगा।
© Tehkikaat News 2017. All Rights Reserved. Tehkikaat Digital Media Pvt. Ltd. Designed By: LNL Soft Pvt. LTD.