दिल्ली में पहली बार ₹1 लाख करोड़ का बजट, यमुना के लिए 500 करोड़
दिल्ली सरकार ने पहली बार ₹1 लाख करोड़ का ऐतिहासिक बजट पेश किया है, जिसमें यमुना सफाई के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि पिछली सरकारों ने शीशमहल बनाए, लेकिन उनकी सरकार गरीबों के लिए घर बनाएगी। इस बजट का मकसद राजधानी को एक आधुनिक और समृद्ध शहर बनाना है।
बजट की खास बातें
- यमुना पुनर्जीवन परियोजना: दिल्ली की जीवनदायिनी यमुना की सफाई और पुनरुद्धार के लिए 500 करोड़ रुपये का विशेष फंड आवंटित।
- गरीबों के लिए घर: मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उनकी सरकार झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के लिए अधिक घर बनाएगी।
- स्वास्थ्य और शिक्षा: सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों में बेहतर सुविधाएं देने के लिए अतिरिक्त बजट रखा गया है।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार: सड़कों, फ्लाईओवर और सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने पर भी जोर दिया गया है।
- बिजली और पानी: दिल्लीवासियों को सस्ती बिजली और 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने के लिए नए कदम उठाए जाएंगे।
CM का बयान – AAP ने शीशमहल बनाए, हम गरीबों को घर देंगे
मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधते हुए कहा कि "पिछली सरकारों ने शीशमहल बनाए, लेकिन हमारी सरकार गरीबों के लिए घर बनाएगी।" उन्होंने कहा कि यह बजट सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि दिल्ली के विकास का नया रोडमैप है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने इस बजट पर सवाल उठाए हैं और इसे घोषणाओं की राजनीति बताया है। उनका कहना है कि सरकार को पहले किए गए वादों को पूरा करने पर ध्यान देना चाहिए।
बजट से दिल्लीवासियों को क्या मिलेगा?
- यमुना स्वच्छता अभियान से नदी का जलस्तर सुधरेगा और प्रदूषण कम होगा।
- गरीब तबके के लोगों को बेहतर आवास सुविधाएं मिलेंगी।
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में नए सुधार देखने को मिलेंगे।
दिल्ली की सड़कों और यातायात व्यवस्था में बड़ी बेहतरी आएगी।