कैलाश सिंह विकास वाराणसी
वाराणसी! लोलार्क कुंड गंगा व अस्सी संगम हुआ करता था,वर्तमान मे यह विद्यमान है,ऐसी मान्यता है कि लोलार्क मे स्नान करने केबाद हवन दान करने से मनोकामना पूरी होती है
संतान की आस मे एक दिन पहले महिलाएं स्नान करने लिए लाईन मे लग जाती है देश भर से महिलाएं शामिल होती है,
स्नान के बाद पहने बस्त्र को वही छोड दिया जाता है,स्नान के साथ एक फल छोडने का संकल्प के साथ छोडना पडता है,कपड़ा व फल जो कयी ट्रक हो जाते है,
कूच बिहार के राजा ने इस कुंंड का निर्माण कराया,कहा जाता है राजा शौच करने के बाद अपने मंत्री से गड्डे से पानी लाने को कहा ,राजा कुष्ठ रोग ग्रस्ति थे,पानी लगाते कुष्ठ रोग ठीक हो गया,राजा ने सवा मन सोने के सात सात तावा लगवाया,कुछ पल के लिए सूर्य भगवान यही ठहरते है,
लोलार्क कुंड के तीन तरफ सीढियां है कुंड गहरा है,कुंड मे स्नान आज के दिन सूर्यास्त तक विधिसंगत है!
तहकीकात डिजिटल मीडिया को भारत के ग्रामीण एवं अन्य पिछड़े क्षेत्रों में समाज के अंतिम पंक्ति में जीवन यापन कर रहे लोगों को एक मंच प्रदान करने के लिए निर्माण किया गया है ,जिसके माध्यम से समाज के शोषित ,वंचित ,गरीब,पिछड़े लोगों के साथ किसान ,व्यापारी ,प्रतिनिधि ,प्रतिभावान व्यक्तियों एवं विदेश में रह रहे लोगों को ग्राम पंचायत की कालम के माध्यम से एक साथ जोड़कर उन्हें एक विश्वसनीय मंच प्रदान किया जायेगा एवं उनकी आवाज को बुलंद किया जायेगा।
© Tehkikaat News 2017. All Rights Reserved. Tehkikaat Digital Media Pvt. Ltd. Designed By: LNL Soft Pvt. LTD.