आजमगढ़ भाजपा ने दुनिया भर में बढ़ाया बाबा साहब व संविधान का गौरव- संगीता आज़ाद (पूर्व सांसद)
उपेन्द्र कुमार पांडेय
आजमगढ़::भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाए जा रहे संविधान गौरव अभियान के अंतर्गत लालगंज जिले के पल्हना ब्लॉक परिसर में संविधान गौरव अभियान कार्यक्रम का बृहद आयोजन हुआ। अनुसूचित समाज के प्रबुद्धजनों के जिला संगोष्ठी आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लालगंज की पूर्व सांसद लालगंज संगीता आजाद रहीं व विशिष्ट अतिथि के रूप में लालगंज जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव व पूर्व विधायक अरिमर्दन आजाद उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि पूर्व सांसद संगीता आजाद ने कहा कि बाबा साहब ने 1951 में नेहरू मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया क्योंकि कांग्रेस ने आर्थिक नीतियों में उनके योगदान के नजरअंदाज किया जबकि वे भारत के पहले पीएचडी धारक अर्थशास्त्री थे।दलित मुद्दों को दरकिनार कर कांग्रेस ने मुसलमानों को खुश करने पर ध्यान केंद्रित किया। बाबा साहब ने कश्मीर के मुद्दे पर नेहरू की नीति का कड़ा विरोध किया। बाबा साहब ने नेहरू की विदेश नीति की आलोचना करते हुए चेतावनी दी थी किया भारत को अलग-अलग कर देगी नेहरू ने हिंदू कोड बिल पास करने के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं दिखाई जो डॉ अंबेडकर द्वारा समर्थित एक महत्वपूर्ण सुधार था। कांग्रेस हिंदू कोड बिल पास करने में विफल रही जो महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। कांग्रेस की सरकारों ने कभी बाबा साहब को सम्मान नहीं दिया। भाजपा सरकार व माननीय प्रधानमंत्री
श्री नरेंद्र मोदी जी ने बाबा साहब व संविधान का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ाया है॥
जिला अध्यक्ष लालगंज सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब को हमेशा अपमानित करने का काम किया है। किसने बाबा साहब को दिल्ली में दाह संस्कार का सम्मान देने से इनकार किया था और उनके निधन के बाद राजधानी में उनके स्मारक के निर्माण में अड़चन पैदा की थी। जिन्होंने बाबा साहब को भारत रत्न देने का काम नहीं किया और दो-दो बार चुनाव में उन्हें हराने का षड्यंत्र रचा। उस कांग्रेस को बाबा साहब को लेकर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। 1952 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और कम्यूनिस्ट नेताओं ने नेहरू की सीधी निगरानी में बाबा साहब को हराने के लिए उनके सहयोगी रहे नारायण काजरोलकर को उम्मीद वार बनाया और बाबा साहब के 74333 मतपत्रों को अस्वीकार कर गिनती से बाहर कर दिया था कांग्रेस ने बाबा साहब की एक नहीं सुनी और उनको हराने का काम किया। 1954 के भंडारा उपचुनाव में उस समय के प्रधानमंत्री नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया जो नेहरू के विरोध को दर्शाता है। बाबा साहब को मंत्रिमंडल से बाहर होने के लिए मजबूर करने वाली कांग्रेस ने 80 से अधिक बार आपातकाल और राष्ट्रपति शासन लगाकर संविधान की धज्जियां उड़ाईं और बाबा साहब को बार-बार अपमानित करने का काम किया है।
कार्यक्रम व्यवस्थापक ब्लॉक प्रमुख पल्हना अनुराग सिंह सोनू ने कहा कि 2014 मई में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के उपरांत ही बाबा साहब की विरासत को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में व्यापकता से प्रसारित किया गया। डॉ. आंबेडकर से जुड़े सभी पांच स्थानों को पंचतीर्थ का स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से स्मारक निर्मित किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता पल्हना मंडल अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने किया। कार्यक्रम के संयोजक व मंच का संचालन जिला मंत्री दिलीप सिंह बघेल ने किया।
इस अवसर पर जिला मंत्री अजय यादव, जिला मीडिया प्रभारी मयंक श्रीवास्तव,मंडल अध्यक्ष शरद राय,नीरज गिरी,विद्या नंदन कंचन भारती,विमलेश पांडेय,रामभुवन मौर्य, सिनोद मौर्या, निवर्तमान मंडल अध्यक्ष उमाकांत तिवारी,सत्य नारायण भारती, अमन श्रीवास्तव,रजनीश जायसवाल,अंकुर,विशाल, अनुसूचित समाज के सैकड़ों की संख्या में प्रबुद्धजन महिला पुरुष उपस्थित रहे।