महाशिवरात्रि पर महाकुंभ जाने के लिए चारबाग में उमड़ी भीड़: वाराणसी जाने वाले यात्री परेशान, खिड़की से चढ़ने की नौबत
महाशिवरात्रि और महाकुंभ के संयोग ने इस साल श्रद्धालुओं की आस्था को कई गुना बढ़ा दिया है। इसी कारण लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जो वाराणसी, प्रयागराज और हरिद्वार जाने के लिए परेशान नजर आए। ट्रेनों में इतनी भीड़ हो गई कि कई श्रद्धालु खिड़कियों से अंदर घुसने की कोशिश करते दिखे। प्लेटफॉर्म पर धक्का-मुक्की, अफरा-तफरी और घंटों लंबा इंतजार यात्रियों की परीक्षा ले रहा था।
चारबाग रेलवे स्टेशन पर उमड़ा सैलाब
लखनऊ का चारबाग रेलवे स्टेशन शनिवार से ही शिव भक्तों से भरा नजर आया। सबसे ज्यादा भीड़ वाराणसी, प्रयागराज और हरिद्वार जाने वाली ट्रेनों में दिखी।
- काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, पद्मावत एक्सप्रेस और वरुणा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
- प्लेटफॉर्म नंबर 1, 3 और 5 पर यात्री रात से ही ट्रेन पकड़ने के लिए डटे रहे।
- टिकट काउंटर पर लंबी कतारें लगी रहीं, और कई यात्री बिना रिजर्वेशन जनरल डिब्बों में सफर करने के लिए मजबूर दिखे।
खिड़की से चढ़ते दिखे यात्री, ट्रेन में घुसने के लिए धक्का-मुक्की
चारबाग रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल तब दिखा जब कई यात्री ट्रेन की खिड़कियों से अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। जनरल कोच पूरी तरह भरे हुए थे, जिससे यात्री किसी भी हालत में ट्रेन पकड़ने के लिए संघर्ष करते नजर आए।
- परिवारों के साथ यात्रा कर रहे बुजुर्ग और बच्चे सबसे ज्यादा परेशान हुए।
- कुछ यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर बैठकर अगली ट्रेन का इंतजार करना पड़ा।
- रेलवे प्रशासन और सुरक्षा बलों को स्थिति संभालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
महाशिवरात्रि और महाकुंभ का संयोग
इस बार महाशिवरात्रि और महाकुंभ का विशेष संयोग होने के कारण वाराणसी, प्रयागराज और हरिद्वार में भारी भीड़ की संभावना थी।
- काशी विश्वनाथ मंदिर में 69 घंटे दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई।
- प्रयागराज में संगम तट पर विशेष पूजा और स्नान का आयोजन किया गया।
- हरिद्वार में गंगा स्नान और रुद्राभिषेक के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़े।
यही कारण है कि लखनऊ से इन धार्मिक स्थलों के लिए जाने वाली ट्रेनों में कई गुना ज्यादा भीड़ देखने को मिली।
यात्रियों की मांग - स्पेशल ट्रेनें चलाए रेलवे
श्रद्धालुओं को हो रही परेशानियों को देखते हुए यात्रियों ने रेलवे से अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की मांग की। हालांकि, रेलवे ने महाशिवरात्रि स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की थी, लेकिन भीड़ के आगे ये इंतजाम भी नाकाफी साबित हुए।
निष्कर्ष
चारबाग रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की जबरदस्त भीड़ और ट्रेनों में चढ़ने की मशक्कत महाशिवरात्रि और महाकुंभ के महत्त्व को दर्शाती है। श्रद्धालु किसी भी हाल में बाबा विश्वनाथ, महाकाल और गंगा स्नान के लिए पहुंचना चाहते हैं, भले ही उन्हें खिड़कियों से ट्रेन में चढ़ना पड़े। रेलवे को इस भीड़ को देखते हुए और अधिक सुविधाएं देने की जरूरत है, ताकि श्रद्धालु अपनी धार्मिक यात्रा को सुगम बना सकें।