राम नगरी के 252 शिवालयों में भक्तों का जलाभिषेक: नागेश्वर मंदिर में हल्दी रस्म के बाद भव्य श्रृंगार
अयोध्या, जिसे राम नगरी के रूप में जाना जाता है, इन दिनों महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भक्ति और श्रद्धा के माहौल में डूबी हुई है। भक्त बड़ी संख्या में 252 शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं। इस पावन अवसर पर नागेश्वरनाथ मंदिर में हल्दी रस्म के बाद भव्य श्रृंगार किया गया, जिससे श्रद्धालुओं में उत्साह की लहर दौड़ गई। साथ ही, नगर निगम ने नई पहल की घोषणा की है, जिससे धार्मिक स्थलों का और अधिक विकास किया जाएगा।
252 शिवालयों में भक्तों का जलाभिषेक
अयोध्या में शिवभक्तों की आस्था चरम पर है। हर मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और रुद्राभिषेक किया जा रहा है। नागेश्वरनाथ मंदिर, जो अयोध्या के प्रमुख शिवालयों में से एक है, वहां विशेष अनुष्ठान और पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया।
- काशी से आए पंडितों द्वारा विशेष रुद्राभिषेक कराया गया।
- श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, गंगाजल और दुग्ध से भगवान शिव का अभिषेक किया।
- हर-हर महादेव के जयघोष से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
नागेश्वरनाथ मंदिर में भव्य श्रृंगार और हल्दी रस्म
अयोध्या के नागेश्वरनाथ मंदिर में इस बार महाशिवरात्रि को खास बनाने के लिए हल्दी रस्म का आयोजन किया गया। इसके बाद भगवान शिव का भव्य श्रृंगार किया गया, जिसमें चांदी का मुकुट, फूलों की माला और सोने-चांदी के आभूषणों से शिवलिंग को सजाया गया।
- हल्दी रस्म के तहत विशेष हवन-पूजन हुआ।
- श्रृंगार में विशेष रूप से गंगा जल, चंदन, कस्तूरी और गुलाब जल का प्रयोग किया गया।
- भक्तों ने दर्शन कर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया।
नगर निगम की नई पहल
इस बार अयोध्या नगर निगम ने शिवालयों के विकास के लिए नई पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत—
- सभी 252 शिवालयों की सफाई और सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
- मंदिरों तक श्रद्धालुओं की आसान पहुंच के लिए विशेष रूट तैयार किए जाएंगे।
- शिवरात्रि के अवसर पर भंडारे और जल सेवा का आयोजन होगा।
श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह
अयोध्या में इस बार महाशिवरात्रि का उल्लास चरम पर है। भक्तों की लंबी कतारें शिवालयों में दर्शन और जलाभिषेक के लिए उमड़ पड़ी। मंदिरों में शिव महिमा का गुणगान और भजन-कीर्तन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
निष्कर्ष
अयोध्या के 252 शिवालयों में जलाभिषेक, नागेश्वरनाथ मंदिर में भव्य श्रृंगार और नगर निगम की नई पहल ने इस बार की महाशिवरात्रि को ऐतिहासिक बना दिया है। श्रद्धालुओं की आस्था और प्रेम से यह पर्व और भी भव्य हो गया है।