यूपी के 8 जिलों में ओलावृष्टि, 16 जिलों में बारिश: लखीमपुर-हरदोई में बिछी सफेद चादर
उत्तर प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है और कई जिलों में तेज बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिली। राज्य के 8 जिलों में भारी ओले गिरे, जबकि 16 जिलों में लगातार बारिश जारी रही। इस बदलाव ने जहां ठंड बढ़ा दी, वहीं किसानों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है। खासतौर पर लखीमपुर खीरी और हरदोई में इतनी ज्यादा ओलावृष्टि हुई कि सड़कों और खेतों पर सफेद चादर बिछ गई।
किन जिलों में हुआ असर?
- ओलावृष्टि के शिकार जिले: लखीमपुर खीरी, हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, सीतापुर, पीलीभीत, बदायूं और फर्रुखाबाद।
- बारिश वाले जिले: लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, उन्नाव, रायबरेली, गोंडा, बस्ती, बहराइच, प्रयागराज, वाराणसी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, फैजाबाद, मिर्जापुर, अयोध्या और चंदौली।
फसलों को हुआ भारी नुकसान
- इस अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी हैं।
- गेहूं, सरसों, आलू और दलहन की फसलें प्रभावित हुईं।
- खेतों में खड़ी फसलें गिर गईं और कई जगह पानी भरने से फसलों के सड़ने का खतरा भी बढ़ गया।
- किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
मौसम विभाग का क्या कहना है?
- मौसम विभाग ने बताया कि यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हुआ है।
- अगले 24 घंटों तक बारिश और ओलावृष्टि जारी रहने की संभावना है।
- तापमान में 4-5 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है।
- लखनऊ, कानपुर और वाराणसी में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
सरकार की प्रतिक्रिया
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को फसलों की क्षति का सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए।
- किसानों को जल्द से जल्द राहत देने की बात कही गई है।
- प्रशासन को सतर्क रहने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अलर्ट किया गया है।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में इस अचानक बदले मौसम ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है, जबकि आम जनता को भी ठंड और बारिश की वजह से दिक्कतें हो रही हैं। सरकार और प्रशासन को जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू करने की जरूरत है ताकि किसानों की फसल बचाई जा सके और जनता को मौसम की सही जानकारी मिले।