योगी आदित्यनाथ ने अंसल ग्रुप के खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया, घर खरीदारों के लिए न्याय का वादा किया
लखनऊ में बिल्डर कंपनी अंसल एपीआई पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने कंपनी पर 5000 से अधिक आवंटियों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है और जल्द ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
क्या है मामला?
अंसल एपीआई पर आरोप है कि कंपनी ने प्लॉट, फ्लैट और विला बेचने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये लिए, लेकिन समय पर पजेशन नहीं दिया। कई प्रोजेक्ट्स में काम अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे हजारों लोग ठगे गए।
एलडीए की सख्त कार्रवाई
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बिल्डर कंपनी की अनियमितताओं की जांच के बाद कार्रवाई का फैसला किया है। प्रमुख बिंदु:
- लाइसेंस शर्तों का उल्लंघन – बिना अनुमोदन के निर्माण और लेआउट प्लान में गड़बड़ी।
- आवंटियों से वादा खिलाफी – समय पर पजेशन न देना और ठगी करना।
- बेसिक सुविधाओं का अभाव – जल निकासी, सड़क, बिजली जैसी सुविधाएं उपलब्ध न कराना।
- कानूनी प्रक्रिया शुरू – एलडीए ने एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आवंटियों का दर्द
प्रभावित लोगों का कहना है कि उन्होंने अपनी जीवनभर की कमाई लगाकर घर खरीदा, लेकिन अब वे न घर के मालिक बन पाए, न ही पैसा वापस मिल रहा है। कई लोग कर्ज में डूब चुके हैं, जबकि कुछ न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
एलडीए के अधिकारियों के अनुसार, बिल्डर कंपनी पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी पूरी है। यदि अंसल एपीआई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और संपत्तियां भी जब्त की जा सकती हैं।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध बिल्डरों और धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्ती शुरू कर दी है। एलडीए का यह कदम उन हजारों परिवारों के लिए राहत लेकर आएगा, जो सालों से न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब देखना होगा कि क्या अंसल एपीआई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती है या फिर मामला कानूनी उलझनों में फंस जाता है।