"महाकुंभ भगदड़: सीएम योगी की त्वरित कार्रवाई से टला बड़ा संकट"
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के समय हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और 60 से अधिक घायल हुए। citeturn0search9 इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया और भय की स्थिति को फैलने से रोका।
मुख्यमंत्री की त्वरित प्रतिक्रिया:
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक की और सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने और श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए प्रशासन को जिम्मेदारी सौंपी।
अस्पताल में घायलों से मुलाकात:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 फरवरी को अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
जांच के आदेश:
मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया है, जो भगदड़ के कारणों की विस्तृत जांच करेगा। आयोग के सदस्य, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी वीके गुप्ता ने कहा कि सभी पहलुओं की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार:
भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि महाकुंभ मेला क्षेत्र या प्रयागराज से बाहर जाने वाले रास्तों पर यातायात किसी भी स्थिति में बाधित नहीं होना चाहिए। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए हर व्यक्ति को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन को सौंपी।
जनता से अपील:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है और सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
निष्कर्ष:
महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की त्वरित और सख्त कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित किया गया और भय की स्थिति को फैलने से रोका गया। सरकार अब भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।