योगी सरकार का श्रद्धालुओं को तोहफा:प्रयागराज से लखनऊ पहुंचा 3,000 लीटर गंगाजल, नगर निगम और फायर विभाग करेंगे वितरण
उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष पहल करते हुए प्रयागराज से लखनऊ तक 3,000 लीटर पवित्र गंगाजल पहुंचाया है। इस गंगाजल का वितरण नगर निगम और फायर विभाग के सहयोग से किया जाएगा, जिससे वे श्रद्धालु जो महाकुंभ 2025 में संगम स्नान से वंचित रह गए थे, इस पवित्र जल का लाभ उठा सकें।
महाकुंभ 2025 और संगम का महत्व:
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में भव्य रूप से संपन्न हुआ, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान कर पुण्य अर्जित किया। हालांकि, कई श्रद्धालु विभिन्न कारणों से इस महायोजना में शामिल नहीं हो सके। उनकी आस्था और भावनाओं का सम्मान करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह सुनिश्चित किया कि पवित्र गंगाजल प्रदेश के सभी जिलों में पहुंचाया जाए, ताकि हर श्रद्धालु इस जल का लाभ उठा सके।
गंगाजल वितरण की योजना:
इस पहल के तहत, महाकुंभ के समापन के बाद प्रयागराज में तैनात फायर टेंडर अपने-अपने जिलों में लौटते समय संगम का जल लेकर जाएंगे। लखनऊ में, नगर निगम और फायर विभाग मिलकर इस गंगाजल का वितरण सुनिश्चित करेंगे। यह वितरण प्रक्रिया स्थानीय प्रशासन और धार्मिक संगठनों के सहयोग से की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालुओं तक यह पवित्र जल पहुंच सके।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया:
इस पहल से लखनऊ और अन्य जिलों के श्रद्धालुओं में उत्साह देखा जा रहा है। जो लोग महाकुंभ में शामिल नहीं हो सके थे, वे अब अपने शहर में ही पवित्र गंगाजल प्राप्त कर सकेंगे। यह कदम सरकार की जनता के प्रति संवेदनशीलता और उनकी आस्था के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
निष्कर्ष:
योगी सरकार की यह पहल न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करती है, बल्कि प्रदेश में धार्मिक और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करती है। पवित्र गंगाजल का वितरण उन लोगों के लिए एक विशेष उपहार है जो महाकुंभ में शामिल नहीं हो सके थे, और यह सरकार की जनता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।