बलिया में सियासी संग्राम: सुभासपा नेता के साथ अभद्रता, कार्रवाई नहीं हुई तो थाने का घेराव
बलिया जनपद में एक बड़े सियासी बवाल की आहट सुनाई दे रही है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधानसभा संगठन प्रभारी श्री उमापति राजभर के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर पार्टी के नेता डॉ. अरविंद राजभर ने कड़ा रुख अपनाया है। उनका स्पष्ट बयान है कि यदि दोषियों पर आज शाम तक कार्यवाही नहीं होती है तो कल पूरे संगठन के साथ बांसडीह थाने का घेराव किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, उमापति राजभर के साथ बांसडीह कोतवाली के एक सब-इंस्पेक्टर और सिपाही ने कथित रूप से बदसलूकी की। विवाद की जड़ एसडीएम बांसडीह के स्टोनो (निजी सचिव) द्वारा उनके पैर पर गाड़ी चढ़ाने की घटना है। गाड़ी चढ़ाने के बाद स्टोनो ने गाली-गलौज और मारपीट भी की। जब उमापति राजभर ने इसका विरोध किया तो उनकी शिकायत पर पुलिस ने उन्हें ही थाने ले जाकर बेरहमी से पीटा।
पार्टी ने जताया आक्रोश
घटना की सूचना मिलते ही डॉ. अरविंद राजभर ने बलिया के पुलिस अधीक्षक से वार्ता की और तत्काल जांच टीम भेजी गई। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि स्टोनो ने गलत भाषा और हिंसा का इस्तेमाल किया था और पुलिस ने भी थाने में अत्याचार किया।
सुभासपा ने इसे कार्यकर्ताओं का अपमान करार दिया है। डॉ. अरविंद राजभर ने कहा कि पार्टी अपने हर कार्यकर्ता के सम्मान के लिए हरसंभव लड़ाई लड़ेगी।
कल शाम तक उचित कार्यवाही नहीं हुई तो पूरी पार्टी के साथ करेंगे थाने का घेराव
डॉ. अरविंद राजभर ने दो टूक कहा कि यदि दोषियों के खिलाफ आज शाम तक कार्रवाई नहीं होती, तो कल कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व में बांसडीह थाने का घेराव किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी अधिकारी इस कृत्य में शामिल है, चाहे वह सब-इंस्पेक्टर हो, कांस्टेबल हो या स्टोनो, उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।
यदि सरकार और प्रशासन समय पर उचित कदम नहीं उठाता, तो यह मुद्दा और बड़ा हो सकता है और सुभासपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा उबाल पर आ सकता है।