विधानसभा के 11 दिन: हंगामा, पान की पीक और मार्शलों की एंट्री – देखिए टॉप मोमेंट्स!
उत्तर प्रदेश विधानसभा के हालिया 11 दिवसीय सत्र में कई घटनाएं सुर्खियों में रहीं, जिन्होंने सदन की कार्यवाही को प्रभावित किया। आइए, इन प्रमुख घटनाओं पर एक नजर डालते हैं:
गिद्ध, सूअर, लाश: तीखे शब्दों का आदान-प्रदान
सत्र के दौरान, कुछ विधायकों ने एक-दूसरे पर तीखे शब्दों का प्रयोग किया, जिसमें 'गिद्ध', 'सूअर' और 'लाश' जैसे शब्द शामिल थे। इन शब्दों के उपयोग से सदन का माहौल गरमा गया और कार्यवाही में बाधा उत्पन्न हुई।
पान की पीक: विधानसभा परिसर में गंदगी का मामला
एक विधायक द्वारा विधानसभा परिसर में पान मसाला खाकर थूकने की घटना सामने आई। इससे नाराज होकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने संबंधित विधायक को चेतावनी दी और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। इसके बाद, विधानसभा परिसर में गुटखा और पान मसाला के सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
सपा नेता अतुल प्रधान को मार्शल द्वारा बाहर ले जाना
सत्र के तीसरे दिन, समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने हंगामा किया, जिससे नाराज होकर विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शल को उन्हें बाहर ले जाने का आदेश दिया। मार्शल ने अतुल प्रधान को उठाकर सदन से बाहर किया, जिससे विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन किया और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विपक्ष पर पलटवार
विपक्ष द्वारा रोजगार के मुद्दे पर सवाल उठाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने रोजगार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं और विपक्ष को अपने कार्यकाल के दौरान की गई गलतियों को स्वीकार करना चाहिए।
अनुपूरक बजट पेश: ऊर्जा विभाग को विशेष आवंटन
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 17,865 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया, जिसमें से 8,587 करोड़ रुपये ऊर्जा विभाग के लिए आवंटित किए गए। इससे प्रदेश में ऊर्जा संबंधी परियोजनाओं को गति मिलने की उम्मीद है।
विधानसभा अध्यक्ष की स्वच्छता पर सख्ती
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन में स्वच्छता बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने सदस्यों से अपील की कि वे परिसर में गंदगी न फैलाएं और स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें।
निष्कर्ष
इन घटनाओं ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के सत्र को चर्चा का विषय बना दिया। जहां एक ओर तीखे शब्दों और हंगामों ने सदन की गरिमा को प्रभावित किया, वहीं दूसरी ओर स्वच्छता और बजट जैसे मुद्दों पर लिए गए निर्णय महत्वपूर्ण रहे।