विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू समुदायों के उत्थान के लिए सुल्तानपुर में एसबीएसपी की विशाल रैली संपन्न
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू समुदायों के समर्थन में एक विशाल रैली का आयोजन किया। यह कार्यक्रम शक्ति मैरिज लॉन में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
रैली का उद्देश्य
इस रैली का मुख्य उद्देश्य विमुक्त और अर्द्ध-घुमंतू समुदायों के अधिकारों, उनकी विकास संभावनाओं और समाज में उनकी भूमिका पर जागरूकता फैलाना था। ये समुदाय ऐतिहासिक रूप से उपेक्षित रहे हैं और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता है।
ओम प्रकाश राजभर का संबोधन
एसबीएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ओम प्रकाश राजभर ने अपने संबोधन में कहा कि पार्टी हमेशा से इन समुदायों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि शासन-प्रशासन तक उनकी आवाज पहुंचाने का कार्य पार्टी की प्राथमिकता है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को प्रेरित करते हुए कहा कि एकजुटता और सामूहिक प्रयास से ही वंचित वर्गों की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू समुदायों की स्थिति
विमुक्त समुदाय वे हैं जिन्हें ब्रिटिश शासन के दौरान 1871 के आपराधिक जनजाति अधिनियम के तहत 'जन्मजात अपराधी' के रूप में अधिसूचित किया गया था। स्वतंत्रता के बाद, 1952 में इन अधिनियमों को निरस्त कर दिया गया और इन समुदायों को 'विमुक्त' कर दिया गया। इनमें से कई समुदाय घुमंतू या अर्द्ध-घुमंतू जीवन शैली अपनाते हैं, जो आज भी सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
समाज में समरसता की पहल
इस रैली में बड़ी संख्या में लोगों की सहभागिता ने यह साबित किया कि समाज के विभिन्न वर्ग अब इन समुदायों के उत्थान और अधिकारों के समर्थन में खड़े हो रहे हैं। यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिससे विभिन्न समुदायों के बीच संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया गया।
आगे की राह
एसबीएसपी ने इस रैली के माध्यम से यह संदेश दिया कि वे विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू समुदायों के अधिकारों के लिए संघर्षरत हैं। पार्टी का उद्देश्य है कि इन समुदायों को समाज की मुख्यधारा में लाया जाए और उन्हें उनके अधिकार दिलाए जाएं। इसके लिए आवश्यक है कि सरकार और समाज मिलकर इन समुदायों के लिए विशेष योजनाएं बनाएं और उन्हें लागू करें।
निष्कर्ष
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी द्वारा आयोजित यह रैली विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू समुदायों के उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे यह स्पष्ट होता है कि समाज के वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए आवाज उठाने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।