लखनऊ में सीएम आवास पर आत्मदाह की कोशिश: पुलिस ने पानी से नहलाकर बचाया
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां प्रतापगढ़ जिले से आए एक परिवार ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। परिवार का आरोप है कि गांव के दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है, और स्थानीय प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा।
क्या है पूरा मामला?
प्रतापगढ़ जिले से आए इस पीड़ित परिवार में पति, पत्नी और दो बच्चे शामिल थे। उनका कहना है कि गांव के कुछ दबंगों ने उनकी पैतृक जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है, लेकिन स्थानीय पुलिस और प्रशासन उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। न्याय की गुहार लगाने के लिए यह परिवार लखनऊ पहुंचा और मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की।
पुलिस ने मौके पर दिखाई तत्परता
घटना के दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए परिवार को पानी डालकर बचा लिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत कराया और आगे की कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
ड़ित परिवार का दर्द
परिवार ने रोते हुए बताया कि वे कई बार थाने और तहसील कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें वहां से खाली हाथ लौटना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि दबंगों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, जिस वजह से प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा। जब उन्हें कहीं से मदद नहीं मिली, तो उन्होंने सीएम आवास के बाहर आत्मदाह करने का फैसला किया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद लखनऊ पुलिस और जिला प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, प्रशासन ने परिवार को भरोसा दिलाया कि उनकी जमीन उन्हें वापस दिलाने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
निष्कर्ष
इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर स्थानीय स्तर पर ही न्याय मिलता, तो इस परिवार को जान जोखिम में डालने की नौबत नहीं आती। सरकार को ऐसे मामलों पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है ताकि आम नागरिकों को न्याय के लिए इस हद तक ना जाना पड़े।