यूपी पुलिस भर्ती दौड़ में 61 अभ्यर्थियों के पैर टूटे – ग्राउंड की मिट्टी को बताया जिम्मेदार
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती प्रक्रिया के तहत कानपुर में आयोजित दौड़ परीक्षा में चौंकाने वाली घटना सामने आई है। इस भर्ती दौड़ में भाग लेने वाले 61 अभ्यर्थी घायल हो गए, जिनमें से कई के पैर टूट गए। घायलों का कहना है कि ग्राउंड की मिट्टी बहुत हार्ड थी, जिसकी वजह से दौड़ते समय झटके लगे और गंभीर चोटें आईं।
क्या है पूरा मामला?
कानपुर में यूपी पुलिस भर्ती की दौड़ परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को 4.8 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी थी। हजारों की संख्या में युवा दौड़ में शामिल हुए, लेकिन जैसे ही दौड़ खत्म हुई, कई अभ्यर्थियों को पैरों में असहनीय दर्द और चोटों की शिकायत हुई।
घायलों का कहना है कि –
"ग्राउंड की मिट्टी बहुत सख्त थी, जिसकी वजह से पैर ठीक से नहीं मुड़ पा रहे थे। लगातार झटके लगने से घुटने और टखनों पर दबाव बढ़ा और चोटें लग गईं।"
अभ्यर्थियों की पीड़ा – दर्द और हताशा
दौड़ में घायल हुए कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि –
- "हमने पूरी मेहनत की थी, लेकिन अब चोट के कारण हमारा सपना टूट गया।"
- "अगर ग्राउंड की मिट्टी सही होती तो शायद इतनी गंभीर चोटें न आतीं।"
- "दौड़ने के दौरान हमें महसूस हुआ कि ट्रैक सही नहीं था, लेकिन हमें रुकने का विकल्प नहीं था।"
इस तरह की शिकायतें सामने आने के बाद भर्ती प्रक्रिया को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड और प्रशासन का कहना है कि चोटिल हुए अभ्यर्थियों का इलाज कराया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने ग्राउंड की स्थिति पर कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की है।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि –
"अगर ग्राउंड को पहले से सही तरीके से तैयार किया जाता और अभ्यर्थियों को जरूरी सावधानियां बताई जातीं, तो इस तरह की चोटें कम हो सकती थीं।"
क्या होगा आगे?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड इस घटना के बाद दौड़ परीक्षा के लिए ग्राउंड की स्थिति में सुधार करेगा या नहीं। फिलहाल, घायल अभ्यर्थियों की हालत को देखते हुए सवाल उठ रहे हैं कि क्या भविष्य में भर्ती प्रक्रिया में सुधार किया जाएगा?