वाराणसी में NSUI कार्यकर्ताओं का मशाल जुलूस: ABVP के पूर्व संगठन मंत्री की तस्वीर जलाई
वाराणसी में छात्र राजनीति का माहौल फिर से गरमा गया है। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार की शाम काशी विद्यापीठ से भारत माता मंदिर तक मशाल जुलूस निकाला। इस विरोध मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने ABVP (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के पूर्व संगठन मंत्री की तस्वीर जलाकर अपना रोष व्यक्त किया।
क्या है पूरा मामला?
NSUI के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ABVP से जुड़े कुछ लोग लगातार छात्रों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं और शिक्षा संस्थानों में अनुचित हस्तक्षेप कर रहे हैं। इसी के विरोध में NSUI ने मशाल जुलूस निकालकर अपनी आवाज बुलंद की।
जुलूस का मार्ग और आयोजन
- शाम को काशी विद्यापीठ से निकला जुलूस
- सैकड़ों NSUI कार्यकर्ताओं ने मशालें लेकर भारत माता मंदिर तक मार्च किया
- इस दौरान छात्रों ने जोरदार नारेबाजी की
- ABVP के पूर्व संगठन मंत्री की तस्वीर जलाकर विरोध दर्ज कराया
NSUI कार्यकर्ताओं के बयान
NSUI के पदाधिकारियों ने कहा कि ABVP के लोग शिक्षा परिसरों में गुंडागर्दी कर रहे हैं और छात्रों के अधिकारों का दमन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि छात्रों की आवाज को दबाने के लिए प्रशासन ABVP का समर्थन कर रहा है।
NSUI के एक कार्यकर्ता ने कहा,
"हम लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठा रहे हैं। यदि छात्रों के अधिकारों पर हमला हुआ, तो हमारा आंदोलन और तेज होगा।"
ABVP की प्रतिक्रिया
ABVP के पदाधिकारियों ने इस प्रदर्शन की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि NSUI बेवजह मुद्दों को उछाल रही है और छात्रों को गुमराह कर रही है। उनका कहना है कि ABVP हमेशा छात्र हितों की रक्षा के लिए काम करता है और आगे भी करता रहेगा।
पुलिस प्रशासन अलर्ट पर
वाराणसी पुलिस ने स्थिति को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस का कहना है कि किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था भंग करने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष
वाराणसी में NSUI और ABVP के बीच राजनीतिक टकराव फिर से सामने आया है। छात्र संगठन लगातार एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं, जिससे वाराणसी के शैक्षणिक परिसरों में तनाव बढ़ता जा रहा है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी उग्र प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं।