अयोध्या में आज से गुलाल की होली: हनुमानगढ़ी में नागा साधु करेंगे रंगोत्सव
अयोध्या: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में होली का उल्लास शुरू हो चुका है। आज से हनुमानगढ़ी में नागा साधु होली खेलेंगे, और इसके साथ ही पंचकोसी परिक्रमा भी शुरू होगी। अयोध्या की होली रंगों, भक्ति और परंपराओं से भरपूर होती है, जिसे देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
हनुमानगढ़ी में नागा साधुओं की होली
अयोध्या में होली का जश्न हनुमानगढ़ी मंदिर में विशेष तरीके से मनाया जाता है। नागा साधु लाल, गुलाबी और पीले गुलाल से होली खेलेंगे और भगवान हनुमान के चरणों में अबीर चढ़ाकर शुरुआत करेंगे।
- इस अनोखी होली में महंतों और संतों की टोली विशेष रूप से शामिल होती है।
- भक्तों को भी गुलाल और अबीर से रंगों में सराबोर होने का अवसर मिलता है।
- हनुमानगढ़ी के दर्शन करने आए श्रद्धालु भी इस रंगोत्सव का हिस्सा बन सकते हैं।
पंचकोसी परिक्रमा का महत्व
पंचकोसी परिक्रमा भी आज से शुरू हो रही है, जिसमें श्रद्धालु अयोध्या की पवित्र परिधि में 15 किलोमीटर की यात्रा करेंगे।
- परिक्रमा का धार्मिक महत्व यह है कि इसे करने से पुण्य लाभ मिलता है और जीवन के दोष समाप्त होते हैं।
- हजारों श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं और भजन-कीर्तन के साथ इसे पूरा करते हैं।
- मार्ग में जगह-जगह राम भक्तों द्वारा सेवा शिविर लगाए जाते हैं, जहां भक्तों को प्रसाद और जल सेवा मिलती है।
अयोध्या में होली का ऐतिहासिक महत्व
अयोध्या में होली का जश्न सदियों पुरानी परंपरा है। मान्यता है कि भगवान राम ने भी अयोध्या में होली खेली थी, और तब से यह परंपरा जीवित है।
- राम मंदिर के निर्माण के बाद यह पहली होली होगी, जिससे श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है।
- फूलों और प्राकृतिक रंगों की होली का आयोजन विभिन्न मंदिरों में किया जा रहा है।
- संतो और भक्तों की टोली रामनगरी की सड़कों पर उत्सव मनाएगी।
अयोध्या में होली का माहौल
- हनुमानगढ़ी, कनक भवन, राम जन्मभूमि परिसर और दशरथ महल को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है।
- श्रद्धालु राम भजन और हनुमान चालीसा का पाठ कर माहौल को भक्तिमय बना रहे हैं।
- पूरे शहर में होलिका दहन और होली के मुख्य कार्यक्रमों की तैयारियां जोरों पर हैं।
निष्कर्ष
अयोध्या की गुलाल होली सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि आस्था और भक्ति का संगम है। नागा साधुओं की होली और पंचकोसी परिक्रमा इस पवित्र अवसर को और भी विशेष बना देते हैं। यदि आप इस बार अयोध्या की होली का अनुभव नहीं कर पाए हैं, तो अगले साल इसे अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल करें।