लखनऊ में आजाद समाज पार्टी का प्रदर्शन: हजरतगंज बना छावनी, पुलिस ने रोका मार्च
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में आजाद समाज पार्टी (ASP) के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सोमवार को हजरतगंज चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने सख्त बैरिकेडिंग कर दी, जिससे पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन का कारण और ASP की मांगें
आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता दलितों, पिछड़ों और वंचित समुदायों के हक की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी प्रमुख मांगें थीं:
✔ आरक्षण की सुरक्षा और विस्तार
✔ दलित उत्पीड़न मामलों में तेजी से कार्रवाई
✔ शिक्षा और रोजगार में वंचितों को प्राथमिकता
✔ सामाजिक न्याय के लिए कड़े कानूनों की मांग
पार्टी नेताओं का कहना था कि सरकार वंचित समुदायों की अनदेखी कर रही है, जिसके विरोध में उन्होंने लखनऊ की सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
हजरतगंज बना छावनी, पुलिस ने किया कड़ा बंदोबस्त
प्रदर्शन को देखते हुए लखनऊ पुलिस पहले से अलर्ट थी। हजरतगंज, विधानभवन और आस-पास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। कई जगहों पर बैरिकेडिंग लगाई गई ताकि कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोका जा सके।
📍 मुख्य प्वाइंट जहां सुरक्षा बढ़ाई गई:
✔ हजरतगंज चौराहा
✔ विधान भवन के आसपास
✔ परिवर्तन चौक
✔ प्रमुख सरकारी कार्यालयों के पास
पुलिस ने सौंपा ज्ञापन, प्रदर्शनकारियों को वापस भेजा
प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारियों ने आजाद समाज पार्टी के प्रतिनिधियों से बातचीत की और उनकी मांगों का ज्ञापन लिया। इसके बाद, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को शांतिपूर्ण तरीके से वापस भेज दिया।
लखनऊ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
"हमने प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण तरीके से समझाया और उनकी मांगों का ज्ञापन स्वीकार कर लिया। किसी भी तरह की अराजकता की इजाजत नहीं दी जाएगी।"
निष्कर्ष
आजाद समाज पार्टी का प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखा। पार्टी ने अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए ज्ञापन सौंप दिया है। अब देखना यह होगा कि सरकार इन मांगों पर क्या कदम उठाती है।