महाकुंभ में ठेले से सवारियां ढोकर कमाए 81 करोड़: मेहनत और अवसर का अद्भुत उदाहरण
प्रयागराज के महाकुंभ 2025 में एक अनोखी सफलता की कहानी सामने आई है। कबाड़ का व्यापार करने वाले एक व्यक्ति ने ठेले के जरिए सवारियां ढोकर करीब 81 करोड़ रुपये की कमाई की। इस उपलब्धि ने दिखा दिया कि मेहनत और सही मौके का सदुपयोग कैसे बड़ी सफलता दिला सकता है।
कबाड़ छोड़ अपनाया नया रास्ता
प्रयागराज के इस व्यक्ति का पहले कबाड़ का व्यवसाय था। लेकिन जब उन्होंने देखा कि महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, तो उन्होंने अपनी सोच बदल दी। उन्होंने ठेले के जरिए लोगों को संगम तक पहुंचाने का काम शुरू किया। उनकी सेवा ने उन्हें न सिर्फ बेहतर आमदनी दिलाई बल्कि उन्हें प्रसिद्धि भी दिलाई।
महाकुंभ का बड़ा प्रभाव
महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिससे स्थानीय व्यापारियों को आर्थिक लाभ मिलता है। इस व्यक्ति ने भी इस मौके को पहचाना और अपने ठेले को एक छोटे वाहन की तरह उपयोग कर यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाना शुरू किया। इसकी बदौलत उन्होंने करीब 81 करोड़ रुपये की कमाई कर ली।
'मोदी-योगी की देन' कहकर जताया आभार
व्यक्ति का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों के चलते महाकुंभ मेले में बेहतर सुविधाएं और यात्रियों की बढ़ती संख्या ने उनके व्यवसाय को नई ऊंचाइयां दीं। उनके अनुसार, कुंभ मेले के दौरान किए गए सुरक्षा प्रबंधों और व्यवस्थाओं ने यात्रियों का अनुभव सहज बनाया, जिससे लोग बड़ी संख्या में पहुंचे।
मेहनत का मिला अद्भुत फल
यह कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो अपनी परिस्थितियों में बदलाव लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सही सोच और मेहनत के दम पर इस व्यक्ति ने यह साबित कर दिया कि सफलता के लिए केवल बड़ा व्यवसाय ही नहीं, बल्कि सटीक निर्णय भी मायने रखता है।