राम मंदिर के साथ 15 अन्य मंदिरों में भी फहराया जाएगा 51 फीट ऊंचा ध्वज
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के साथ-साथ अब 15 अन्य प्रमुख मंदिरों के शिखर पर भी 51 फीट ऊंचा ध्वज लगाया जाएगा। यह पहल धार्मिक सौहार्द और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाती है। साथ ही, राम कथा संग्रहालय के निर्माण का कार्य भी तेजी से जारी है, जिसे पूरा होने में करीब एक वर्ष का समय लगेगा।
51 फीट ऊंचा ध्वज का महत्व
अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर 51 फीट ऊंचा भव्य ध्वज फहराया जाएगा, जो धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा। यही नहीं, अयोध्या के अन्य 15 महत्वपूर्ण मंदिरों में भी इसी प्रकार का ध्वज स्थापित किया जाएगा।
ध्वज स्थापना का यह निर्णय धार्मिक मान्यताओं और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भव्य ध्वज भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बनेगा और मंदिर की भव्यता को और बढ़ाएगा।
राम कथा संग्रहालय का निर्माण
राम मंदिर परिसर के पास एक राम कथा संग्रहालय का निर्माण भी किया जा रहा है, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। इस संग्रहालय में भगवान राम के जीवन से जुड़ी प्रमुख घटनाओं को चित्रों, मूर्तियों और डिजिटल माध्यमों से प्रस्तुत किया जाएगा।
राम कथा संग्रहालय के निर्माण में करीब एक वर्ष का समय लगेगा। संग्रहालय में भगवान राम के जीवन दर्शन, उनके आदर्शों और मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में उनकी शिक्षाओं को दर्शाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
अयोध्या का बदलता स्वरूप
राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बन रहा है। मंदिर के साथ अन्य धार्मिक स्थलों का विकास भी किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
राम मंदिर और अन्य 15 मंदिरों पर 51 फीट ऊंचे ध्वज की स्थापना का निर्णय न केवल धार्मिक पहचान को मजबूत करेगा, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विरासत को भी जीवंत बनाए रखेगा।