आगरा के जूता ट्रेडर पर था करोड़ों का कर्ज: GST दरों में बढ़ोतरी से व्यापार को हुआ नुकसान
आगरा के प्रसिद्ध जूता व्यापारी घनश्याम दास पर करोड़ों रुपए का कर्ज चढ़ गया था, जिसके चलते उनका व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ। घनश्याम दास पहले कमीशन एजेंट के रूप में काम करते थे, लेकिन व्यापार में बढ़ते अनुभव के बाद उन्होंने खुद का जूता ट्रेडिंग का काम शुरू किया था।
व्यापार में आई समस्या
घनश्याम दास का व्यापार तेजी से बढ़ा, लेकिन कुछ समय बाद उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। खासतौर पर GST दरों में हुई बढ़ोतरी के बाद उनके व्यापार पर गहरा असर पड़ा।
GST दरों का प्रभाव
- जूता उद्योग में GST दरें 5% से बढ़ाकर 12% कर दी गईं, जिससे फुटवियर व्यापारियों की लागत बढ़ गई।
- इस बदलाव के कारण उनकी बिक्री प्रभावित हुई, जिससे व्यापार में घाटा होने लगा।
- इसके अलावा, कर्ज के दबाव ने स्थिति को और बिगाड़ दिया।
आर्थिक संकट का सामना
घनश्याम दास ने व्यापार को पटरी पर लाने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन कर्ज बढ़ता ही चला गया। बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों से लिए गए ऋण चुकाना उनके लिए मुश्किल हो गया था।
जूता उद्योग पर असर
आगरा का जूता उद्योग देशभर में अपनी खास पहचान रखता है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में आर्थिक मंदी और कर सुधारों के चलते कई छोटे एवं मझोले व्यापारियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
व्यापारियों की मांग
आगरा के व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि जूता उद्योग पर GST दरें को फिर से 5% किया जाए, ताकि व्यापारियों को राहत मिल सके और उद्योग को बढ़ावा दिया जा सके।