बृज की होली में दिखा निराला अंदाज: गुलाल की बौछार में सराबोर हुए श्रद्धालु!
बृज भूमि की होली का अंदाज हमेशा से ही अनोखा और यादगार होता है। इस बार भी मथुरा, वृंदावन और बरसाना की गलियों में रंगों की ऐसी धूम मची कि श्रद्धालु गुलाल और रंगों में पूरी तरह सराबोर हो गए। यहां की होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि प्रेम, भक्ति और उत्साह का अद्भुत संगम है।
बरसाना की 'लट्ठमार होली' बनी आकर्षण का केंद्र
बरसाना की मशहूर लट्ठमार होली देखने के लिए देश-विदेश से हजारों पर्यटक उमड़े। राधा रानी मंदिर के प्रांगण में जब महिलाओं ने डंडों से पुरुषों को छेड़ते हुए प्यार भरी ठिठोली की, तो माहौल में मस्ती और उत्साह का रंग घुल गया। पुरुष खुद को बचाते हुए इस खेल का पूरा आनंद लेते नजर आए।
मथुरा-वृंदावन में भक्ति के रंग में रंगे श्रद्धालु
मथुरा और वृंदावन में होली का उत्साह देखते ही बनता है। यहां के बांके बिहारी मंदिर में जब भगवान के दर्शन के लिए भक्त पहुंचे, तो पूरा परिसर अबीर-गुलाल से पट गया। पुजारियों ने श्रद्धालुओं पर फूलों और रंगों की बौछार कर माहौल को भक्तिमय बना दिया।
विदेशी सैलानी भी इस अद्भुत नजारे का हिस्सा बनने से खुद को रोक नहीं पाए। अमेरिका, फ्रांस, रूस, जापान समेत कई देशों के पर्यटक भारतीय रंगों में सराबोर होकर नृत्य करते नजर आए।
नंदगांव की होली ने खींचा ध्यान
नंदगांव में भी होली का खास आयोजन हुआ। नंदगांववासी जब रंग-गुलाल लेकर बरसाना पहुंचे, तो दोनों गांवों के लोगों के बीच प्यार और मस्ती का रंग बिखर गया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
होली के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया ताकि श्रद्धालु शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मना सकें।
निष्कर्ष
बृज की होली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भक्ति और मस्ती का अद्भुत संगम है। यहां की गलियों में प्रेम, अपनापन और उत्साह का जो माहौल देखने को मिलता है, वह देश-दुनिया के किसी और हिस्से में संभव नहीं है।