लखनऊ नगर निगम बजट में होगी करोड़ों की कटौती: पार्षदों ने मेयर को किया चुनौती
लखनऊ नगर निगम के बजट को लेकर मेयर और पार्षदों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। आगामी 24 मार्च को होने वाली बैठक में नगर निगम के बजट में करोड़ों रुपये की कटौती पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। पार्षदों का कहना है कि बजट में कई ऐसे प्रावधान हैं जो जनता के हित में नहीं हैं, वहीं मेयर ने अपने पक्ष को मजबूती से रखा।
क्या है पूरा मामला?
➡️ लखनऊ नगर निगम द्वारा प्रस्तावित बजट में विभिन्न योजनाओं के लिए बड़ी राशि आवंटित की गई थी।
➡️ पार्षदों ने आरोप लगाया कि इस बजट में कई गैर-ज़रूरी खर्चे शामिल किए गए हैं, जिससे जनता के जरूरी विकास कार्यों पर असर पड़ सकता है।
➡️ पार्षदों ने मेयर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका बजट विकास कार्यों की जगह फिजूलखर्ची को बढ़ावा देता है।
पार्षदों के मुख्य आपत्तियां
➡️ पार्षदों ने विशेष रूप से कुछ योजनाओं में बजट कटौती की मांग की, जिनमें सफाई व्यवस्था, जल आपूर्ति और सड़क मरम्मत कार्य शामिल हैं।
➡️ उनका कहना है कि इन योजनाओं में अनावश्यक रूप से बड़ी धनराशि आवंटित की गई थी, जिसे घटाया जाना चाहिए।
➡️ पार्षदों का यह भी कहना है कि बजट में शहर के कई पिछड़े इलाकों के विकास कार्यों को नजरअंदाज किया गया है।
मेयर का पक्ष
➡️ मेयर का कहना है कि प्रस्तावित बजट लखनऊ के समग्र विकास को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
➡️ उन्होंने कहा कि पार्षदों की कुछ आपत्तियां उचित हैं, लेकिन विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए बजट का सही प्रबंधन आवश्यक है।
आगामी बैठक में होगा फैसला
➡️ 24 मार्च को होने वाली नगर निगम की विशेष बैठक में इस कटौती पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
➡️ इस बैठक में पार्षद और मेयर दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात रखेंगे और बहुमत के आधार पर अंतिम फैसला होगा।