मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान रुकवाया,विपक्ष ने किया तीखा प्रहार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर में आयोजित सेपक टाकरा वर्ल्ड कप 2025 के उद्घाटन समारोह के दौरान उन्होंने राष्ट्रगान को रुकवाया, जिससे राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
घटना का विवरण
गुरुवार को आयोजित इस कार्यक्रम में, जैसे ही राष्ट्रगान शुरू होने वाला था, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारे से उसे रोकने का संकेत दिया। उन्होंने कहा, "पहले स्टेडियम का चक्कर लगाकर आते हैं, फिर शुरू कीजिएगा।" इसके बाद, वे स्टेडियम का निरीक्षण करने निकल गए। कुछ देर बाद लौटकर, जब राष्ट्रगान दोबारा शुरू हुआ, तो नीतीश कुमार सावधान मुद्रा में खड़े होने के बजाय हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन करते रहे। प्रधान सचिव दीपक कुमार ने उन्हें सावधान मुद्रा में खड़े होने का संकेत भी दिया, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे नजरअंदाज किया।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, विपक्ष ने मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे 'राष्ट्रगान का अपमान' करार देते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा, "बिहार के लिए यह काला दिवस है। पहली बार राष्ट्रगान का अपमान हुआ और प्रधानमंत्री मोदी ने एक भी ट्वीट नहीं किया। मुख्यमंत्री को रिटायरमेंट ले लेना चाहिए।"
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, "राष्ट्रगान का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। बिहारवासियों, अब भी कुछ बचा है?"
जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। कई यूजर्स ने मुख्यमंत्री के इस व्यवहार की आलोचना की है और इसे असंवेदनशील बताया है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राष्ट्रगान रुकवाने की यह घटना राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में चर्चा का विषय बन गई है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है, जबकि जनता में भी नाराजगी देखी जा रही है। देखना होगा कि मुख्यमंत्री इस पर क्या स्पष्टीकरण देते हैं और यह मामला आगे क्या मोड़ लेता है।