नोट कांड: जस्टिस वर्मा के खिलाफ यूपी में गूंजे 'गो बैक' के नारे, इलाहाबाद में वकीलों की हड़ताल
इलाहाबाद हाईकोर्ट में जस्टिस वर्मा के खिलाफ वकीलों का जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। नकली नोटों के कांड से जुड़े विवाद के बाद वकीलों ने हड़ताल कर दी और ‘जस्टिस वर्मा गो बैक’ के नारे लगाए। वकीलों का कहना है कि ऐसे जज को हाईकोर्ट में बैठने नहीं देंगे जिन पर गंभीर आरोप लगे हैं।
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में जांच एजेंसियों ने जस्टिस वर्मा के घर छापा मारा था, जहां 500-500 के अधजले नोटों से भरी बोरियां बरामद हुई थीं। इस मामले के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और कोर्ट परिसर में नारेबाजी की।
वकीलों की मांगें
- जस्टिस वर्मा को तत्काल निलंबित किया जाए
- नोट कांड की निष्पक्ष जांच हो
- हाईकोर्ट में भ्रष्टाचार मुक्त माहौल बनाया जाए
वकीलों ने कहा कि अगर सरकार और न्यायपालिका इस मुद्दे पर चुप रहती है, तो विरोध और तेज किया जाएगा।
न्यायपालिका की प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम पर हाईकोर्ट प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, कुछ न्यायविदों का कहना है कि जब तक आरोप सिद्ध नहीं होते, किसी को भी दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
क्या हो सकता है आगे?
अगर वकीलों का गुस्सा यूं ही बना रहा तो जस्टिस वर्मा के लिए हाईकोर्ट में काम करना मुश्किल हो सकता है।