योगी आदित्यनाथ ने आश्रय केंद्र के बच्चों से जाना हाल: लोकबंधु अस्पताल में भर्ती मासूमों को दी सांत्वना
लखनऊ में आश्रय केंद्र में रह रहे बच्चों की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकबंधु अस्पताल पहुंचकर भर्ती बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने बच्चों से पूछा – "आश्रय केंद्र में खाना मिलता था या नहीं?" यह सवाल प्रशासन की बड़ी लापरवाही की ओर इशारा करता है।
बच्चों के सिर पर रखा हाथ, दी सांत्वना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीमार बच्चों को पुचकारा, उनके सिर पर हाथ रखा और उन्हें जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिए कि बच्चों के इलाज में कोई भी कोताही न बरती जाए।
क्या है पूरा मामला?
लखनऊ के एक आश्रय केंद्र में गंभीर कुपोषण और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से 5 बच्चों की मौत हो चुकी है। जांच में सामने आया कि कुछ बच्चों के पेट में 6 इंच तक के कीड़े थे, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई थी।
प्रशासन की लापरवाही उजागर
बड़ा सवाल यह है कि तीन दिनों तक प्रशासन ने इस घटना को क्यों छिपाया? मुख्यमंत्री के अस्पताल पहुंचने के बाद ही कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। अब सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी हो रही है।
सरकार का एक्शन प्लान
योगी सरकार ने सभी आश्रय केंद्रों की समीक्षा के आदेश दिए हैं और बच्चों की सेहत और भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही है। यह घटना प्रशासन की गंभीर लापरवाही का उदाहरण है, जिससे सबक लेने की जरूरत है।