यज्ञ मंडल की परिक्रमा कर श्रद्धालुओं ने की सुख, शांति व समृद्धि की कामना
उपेन्द्र कुमार पांडेय
आजमगढ़ । अहरौला के बड़ा हनुमान सिद्धि पीठ मौनी बाबा आश्रम गहजी पर चल रही सात दिवसीय विष्णु महायज्ञ में गुरुवार को सुबह से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर परिवार के सुख शांति समृद्धि की कमाना की । यज्ञाचार्य पं आकाश पांडेय के द्वारा यज्ञकर्ता बाल ब्रह्मचारी संत शुभमदास जी महाराज सहित यज्ञ यजमानों के हाथों मंडप पूजन सहित तैंतीस कोटि देवी देवताओं सहित गणेश पूजन संपन्न कराया। प्रवचन करते हुए नीरजानंद महराज व अंकित महराज ने रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा बालकाण्ड में प्रथम बंदना से लेकर संत व दुर्जन के गुण दोष का वर्णन किया। कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने संत के साथ असंज्जन के बारे में लिखा कि असंज्जन अपनी दुर्जनता से मिलते ही दुःख व कष्ट देता है लेकिन संत का मिलन सुखद दुःख व कष्ट को दूर करता होता है। संत के अलग होने पर कष्ट देता है।कहा कि समस्त प्राणी,जीव, जंतू में परमात्मा का वास है ।किसी को कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए। सबसे भगवत भाव रखना चाहिए। लोग यज्ञ मंडप की परिक्रमा और संत महात्माओं के अमृत रुपी प्रवचन का श्रवण पानकर लोग निहाल हो रहें हैं।
इस मौके पर हाकिम बाबा, राजनाथ पांडेय,सुधाकर चौबे, राकेश सिंह, बृंदावन तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।