गोरखपुर में वर्ड फ्लू फैलने के मद्देनजर कार्रवाई तेज
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर में वर्ड फ्लू फैलने के मद्देनजर कार्रवाई तेज हो गई है। दरअसल चिड़ियाघर से शुरू होने के बाद चिकन की दुकानों तक पहुंचने और संक्रमण फैलने के आशंका को देखते हुए लगभग 1000 से अधिक मुर्गों को मार कर जमीन में दफना दिया गया है और 21 दिन तक मुर्गों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी गई है। दूसरे तरफ अपना व्यवसाय मानने वाले लोग इस कदम से परेशान भी दिख रहे हैं।
दरअसल गोरखपुर में निरंतर बढ़ रहे बर्ड फ्लू के खतरे को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है और चिड़ियाघर से शुरू हुई बर्ड फ्लू के संक्रमण को देखते हुए यह मीट की दुकानों पर भी न पहुंच जाए इसलिए कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसके तहत लगभग 1000 से ज्यादा मुर्गों को संक्रमण की आशंका में मारकर जमीन में दफना दिया गया है। दूसरी तरफ नगर निगम की तरफ से मुर्गे की मीट की बिक्री पर लगभग 21 दिन की पाबंदी लगा दी गई है और मुर्गी फार्म से लेकर मुर्गे का मीट बेचने वाले दुकानदारों के दुकानों पर ताले लटक गए हैं।
इस व्यवसाय से ताल्लुक रखने वाले लोगों को नुकसान ना हो इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने उन्हें मुआवजा देने का भी ऐलान किया है। जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्णा करुणेश ने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अंतर्गत चिकन कारोबारी के नुकसान का आकलन कराया जा रहा है 90 से लेकर 120 रुपए प्रति यूनिट निर्धारित मानक के अनुसार कारोबारी को मुआवजा भी दिया जाएगा।