कुंभ में मची भगदड़, स्नान पर लगी रोक
निज प्रतिनिधि
प्रयागराज । मौनी अमावस्या के मौके पर रात 12 बजे के बाद लगभग संगम तट पर भगदड़ मच गई। हादसे में कई श्रद्धालुओं के मरने की बात सामने आ रही है। हालांकि मेला प्राधिकरण की ओएसडी आकांक्षा राणा ने आधिकारिक तौर पर किसी भी मौत की पुष्टि नहीं की है। बचाव कार्य के लिए एंबुलेंस की दो दर्जन से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं। मेले में भारी भीड़ उमड़ी है। 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। एंबुलेंस की गाड़ियों को मरीजों को अस्पताल तक लाने में काफी दिक्कत हो रही है। सभी सड़कों पर भीड़ ही नजर आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सुबह साढ़े सात बजे तक 15 से ज्यादा श्रद्धालुओं के मरने की पुष्टि हो गई है। अभी शवों की पहचान की जा रही है। घायलों की संख्या 200 के पार हो सकती है।
मौके की नजाकत देखते हुए शहर में श्रद्धालुओं की एंट्री बन्द कर दिया गया है। घटना वाले तट पर स्नान रोक दिया गया है। इसके अलावा अगल-बगल के शहरो से ही श्रद्धालुओं पर निगरानी रखते हुए भीड़ पर काबू रखने का प्रयास जारी हैं। संबंधित फोर्स द्वारा स्थिति संभाली जा रही है।
अफवाह के चलते मची भगदड़
बताया जा रहा है कि स्नान घाट के पास भीड़ में बेचैनी के चलते कुछ महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं। इसके बात मची अफवाह के बाद लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। सूचना पाकर दो दर्जन से अधिक एंबुलेंस की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। घायलों को महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तमाम आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से स्थिति बेकाबू
महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते स्थिति बेकाबू हो गई है। भीड़ में सैकड़ों लोग कुचल गए। मौके पर चीख पुकार मची हुई है। एंबुलेंस घायलों को लेकर अस्पताल पहुंच रही है। अधिकांश लोग बेहोश हो गए हैं। कई शव वाहन भी मौके पर पहुंच रहे हैं, जिससे कई मौतों की आशंका जाहिर की जा रही है।
भारी भीड़ को देखते हुए सतर्कता रखने की आवश्यकता है। अफवाहों पर यदि ध्यान न दिया जाए तो घटना से बचा जा सकता है। व्यवस्था संचालकों के आदेश पर ध्यान देने पर भी घटना से बचाव हो सकता है।
अपडेट
10 बजे के बाद अखाड़े अमृत स्नान कर सकते हैं- रवींद्र पुरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी का नया बयान सामने आया है। उन्होंने कहा- 10 बजे के बाद अखाड़े अमृत स्नान कर सकते हैं। हम लोग जुलूस छोटा रखेंगे। किसी प्रकार का कोई लाव लश्कर नहीं होगा। शोभा यात्रा भी नहीं निकाली जाएगी। गौरतलब है कि घटना के बाद सभी अखाड़ों के स्नान बंद कर दिया गया था