कुसम्ही रेलवे स्टेशन का पश्चिमी ढा़ला बन्द होने से मजदूर, विद्यार्थी एवं स्थानीय लोग प्रभावित
रिपोर्ट - कमलेश कुमार मोतीराम अड्डा गोरखपुर
मोतीराम अड्डा। भारत सरकार की मंशा है कि अधिक से अधिक दूरी को सीधे सड़क या फोरलेन का निर्माण करके कम से कम किया जाए ताकि आम जनमानस को समय और धन दोनों की बचत किया जा सके लेकिन कुसम्ही रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 153 सी के बन्द हो जाने से पचास हजार की आबादी के लोगों का 5 किलोमीटर की दूरी अतिरिक्त बढ़ गई है। इससे बहरामपुर ग्राम सभा के छोटी कुरमौल, बड़ी कुरमौल फटकहवा टोला, गोबरी टोला, नौका टोला , भैंसहां ग्राम सभा के बाबू टोला ढोढरा बनिया टोला, शिवपुर बगहिया, अहिरवाती ,बाढन, अकटहवा, भैसहां चौराहा से मजदूर वर्ग के लोगो को गेट नंबर 153 सी बन्द हो जाने से 4 से 5 किलोमीटर की दूरी अधिक तय करना पड़ रहा है। गोरखपुर शहर से मजदूरी करके वापस आने और जाने में बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । कुसम्ही रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 153 सी के बंद हो जाने से पचास हजार की आबादी को 5 किलोमीटर की दूरी अतिरिक्त तय करके रोजमर्रा की जरूरत की पूर्ति करनी पड़ती है, लोगों का कहना है कि सप्ताह का 3 दिन रामनगर करजहां चौराहा पर सब्जी का बाजार लगता है जिसकी महज दूरी 2 किमी है लेकिन गेट नंबर 153 सी के बंद हो जाने के कारण 4, से 5 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करके सब्जी लाना पड़ता है जिससे ईंधन और समय दोनों का ह्रास होता है। क्षेत्र में इंटर कॉलेज और कई इंस्टीट्यूट होने के कारण छात्र छात्राओं को इस दूरी का सामना करना पड़ता है सभी लोगों का मांग है कि गेट नंबर 153 सी यदि रेलवे द्वारा बंद करा दिया गया है तो उसके नीचे से अंडरपास देने का काम किया जाए ताकि आम जनता को आवागमन की कठिनाइयों से निजात मिल सके।