कृषि महाविद्यालय कोटवा में कृषि विज्ञान मेले का आयोजन
उपेंद्र कुमार पाण्डेय आजमगढ़
आजमगढ़। कृषि महाविद्यालय कोटवा परिसर में कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत एक दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का आयोजन किया गया। मेले में मुख्य अतिथि सासंद दिनेश लाल यादव निरहूआ के द्वारा पौध रोपण एवं दीप प्रज्वलन कर किसान मेले का उद्घाटन किया गया साथ ही उन्होंने कृषि मेले में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन भी किया।
उन्होंने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता है यदि किसानों का विकास होगा तो हमारे राष्ट्र का विकास होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया और मोटे अनाज उपजाने एवं उपयोग करने के लिए किसानों को प्रेरित किया। मोटे अनाज पोषण से भरपूर होते है। कार्यक्रम की अध्यक्षता आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह के द्वारा की गई। इस मेले में विशिष्ट अतिथि निदेशक प्रसार प्रो ए पी राव ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र की किसानों के विकास में अहम भूमिका है। आज़मगढ़ जिले के उत्तरोत्तर विकास में किसानों का योगदान सराहनीय है। कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी अधिकारी प्रो धीरेंद्र कुमार सिंह अगुआई में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र अपनी भूमिका निभा रहा है। कृषि विजय केंद्र से नवीन तकनीक अपनाकर किसान अपनी आय दोगुनी कर रहे हैं। उन्होंने मुख्य अतिथि को धन्यवाद देते हुए कहा कि कृषि महाविद्यालय को भूमि उपलब्ध कराने में आपका योगदान सराहनीय है। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा तकनीकि बुलेटिन एवं कृषि महाविद्यालय के द्वारा दो विषयों के प्रायोगिक मैनुअल (मृदा विज्ञान एवं कृषि अर्थशास्त्र)
का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी गगनदीप सिंह, अखिलेश मिश्र भाजपा कार्यसमिति सदस्य, अनुराग सिंह ब्लॉक प्रमुख पलहना,
अरविंद जायसवाल, नागेन्द्र द्विवेदी प्राचार्य श्री दुर्गा पी जी कॉलेज चंदेश्वर एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारीगण, जनप्रतिनिधि एवं जिले के कृषक उपस्थित रहें। किसान मेले में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषि के ज्वलंत विषयों पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें मोटे अनाज एवं मूल्य संवर्धन, संरक्षित खेती, किसान उत्पादन संगठन, जैविक एवं प्राकृतिक खेती, विकसित नवीनतम प्रजातियाँ, कृषि यन्त्रों की विस्तृत जानकारी, उर्वरकों का संतुलित उपयोग, कृषि विविधीकरण, एकीकृत कृषि प्रणाली आदि विषय सम्मिलित हैं। इस जानकारी का उपयोग जिले भर किसान अपनी आय दोगुनी करने एवं बेहतर कृषि प्रणाली अपनाने में कर पाएंगे। इस के साथ साथ कृषि विज्ञान मेले में कृषि से संबंधित अन्य विभागों के स्टाल जैसे केवीके द्वारा उत्पादित उत्पाद मोटे अनाज के संबंध में, जय भारत नर्सरी, राजकीय कृषि बीज भंडार, इंडियन फार्मर फर्टिलाइजर प्राइवेट लिमिटेड, धानुका, न्यूजी विडू सीड्स प्राइवेट लिमिटेड नवरत्ना, सरल प्राइवेट लिमिटेड, कृषि सलाह केंद्र महिंद्रा कंपनी, तमसा कंपनी न्यू हॉलैंड कंपनी आदि शामिल रहे। इस अवसर पर डॉ आर के सिंह, डॉ आर पी सिंह, डॉ रणधीर नायक, डॉ विनय कुमार सिंह, डॉ अर्चना देवी, डॉ विमल, डॉ अखिलेश यादव, शैलेंद्र, डॉ वी के सिंह, डॉ ए के सिंह, डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉ विनोद, डॉ संदीप पांडे, डॉ विनीत, डॉ पांड्या राज, डॉ आकांक्षा तिवारी, डॉ विजय लक्ष्मी राय, डॉ रेनू गंगवार आदि उपस्थित रहे।