कृषि महाविद्यालय में राष्ट्रीय प्रशिक्षण की शुरुआत
रिपोर्ट- उपेंद्र कुमार पांडे आजमगढ़
आजमगढ़ कृषि महाविद्यालय कोटवा में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए स्मार्ट कृषि विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है I इस अवसर पर महाविद्यालय में प्रशिक्षण उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया I जिसमें 100 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया l महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो धीरेंद्र कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया I उन्होंने अपने स्वागत उद्बोधन में वातावरण अनुकूल कृषि पद्धति अपनाने की बात कही एवं स्मार्ट कृषि तकनीकी का उपयोग करने पर जोर दिया l इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत किया जा रहा है l कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई I कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह रहे l वे ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर कार्यक्रम में शामिल हुए एवं महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं सभी सहायक प्राध्यापकों को कार्यक्रम को आयोजित करने के उपलक्ष्य में शुभकामनाएं दीं I उन्होंने कहा कि भविष्य की सम्भावनाओं को देखते हुए प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण बहुत आवश्यक है इस संसाधनों का उपयोग स्मार्ट कृषि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा I राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के नोडल ऑफिसर एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ डी नियोगी भी कार्यक्रम में ऑनलाइन शामिल हुए I मंच संचालन डा टी पांडियाराज द्वारा किया गया I कार्यक्रम में आजमगढ़ के उप निदेशक शोध डॉ एस के शाही भी उपस्थित रहे l उन्होंने कम लागत में ज्यादा उत्पादन के विषय पर बात की I कार्यक्रम के टेक्निकल सेशन में डा राजेश मोदी द्वारा सटीक कृषि ( प्रेसीजन एग्रीकल्चर)एवं स्मार्ट एग्रीकल्चर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय में जानकारी दी गईl इसके बाद कार्यक्रम में महेंद्र सिंह जोकि प्रगतिशील किसान है द्वारा प्राकृतिक खेती को अपनाने की बात कही एवं सुभाष पालेकर कृषि पर जोर देने पर बात हुई। इस कार्यक्रम में डॉ विनय कुमार सिंह, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉ संदीप पांडे, डॉ प्रकाश यादव, डॉ विनोद कुमार, डॉ विमलेश कुमार, डॉ टी पांडियाराज, डॉ रेनू गंगवार, डॉ आकांक्षा तिवारी, डॉ विनीत प्रताप सिंह आदि उपस्थित रहे l