कोर्ट के स्थगन आदेश के साथ हो रहा है खिलवाड़
रिपोर्ट- महेंद्र चौधरी झगहा गोरखपुर
क्या अब कोर्ट के आदेश के साथ बाहुबली धन कुबेर करेंगे मनमानी
झंगहां। क्या गरीब को नहीं मिलेगा न्याय? क्या गरीब के साथ मनमानी होता रहेगा ?, क्या उनकी सुधि लेने वाला जिम्मेदार अफसर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी भी खेलते रहेंगे खेल ? कब मिलेगा न्याय ? कौन दिलाएगा न्याय ? ऐसे कुछ ज्वलंत प्रश्न के संबंध में आपको अवगत कराने जा रहा है तहकीकात न्यूज़।
मामला गोरखपुर जनपद के तहसील चौरी चौरा थाना झंगहा के अंतर्गत ग्रामसभा झंगहा मोतीराम अड्डा रोड पर स्थित 1273 गाटा संख्या का है जो मुनीब, ब्रम्हदेव, काशी बनारसी, आदि काश्तकारों की पुश्तैनी जमीन है l जिस पर दर्जनों किसानो ने बैनामा ले रखा है l कुछ किसानों की मकान बन चुकी है l आज भी कुछ हिस्से की जमीन खाली पड़ी है l जिस पर कुछ किसानो का बैनामा है l लेकिन मूल काश्तकार की बात किया जाए मुनीम की तो उसके हिस्से में 26 डिसमिल जमीन आती है l 11 डिसमिल जमीन बैनामा के बाद 9 डिसमिल जमीन पर खुद घर बनवा कर रह रहे हैं l आज भी इनके हिस्से की 6 डिसमिल जमीन इनको नहीं मिली जिसके लिए 18 वर्षों से कोर्ट में मुकदमा लड़ रहे हैंl मगर आज भी इनको अपनी जमीन नहीं मिली लेकिन भूमाफिया बाहुबली, धनबली,है इनके जमीन पर जबरजस्ती मकान निर्माण कराने का कार्य किये जा रहे हैl जबकि जमीन पर कोर्ट का स्थगन आदेश है l पीड़िता झंगहा थाना पर जाते हैं l पुलिस आती है काम रुक जाता है l फिर तहसील से नायब तहसीलदार अलका सिंह के नेतृत्व में हल्का लेखपाल एवं चकबंदी लेखपाल द्वारा टीम गठितकर पैमाइश कार्य किया जाता है l लेकिन तब भी पीड़िता को जमीन नहीं मिलती फिर सभी बैनामेदार को बैनामा दस्तावेज के साथ तहसील पर बुलाया जाता है लेकिन कुछ किसान अपना बैनामा दस्तावेज नहीं लेकर जाते हैं l फिर जमीन पर जबरदस्ती निर्माण कार्य होने लगता है l इसको रोकने के लिए पीड़िता थाने पर जाती है l लेकिन वहां के सिपाहियों द्वारा भगा दिया जाता है l काम लगातार दिन और रात होने लगता है l किसी तरह से बड़ी मशक्कत के बाद झंगहा पुलिस 11:00 बजे रात को आकर काम को रोकती है l और काम करने से मना करती है l कुछ किसानों का आरोप है कि चकबंदी लेखपाल ब कमला प्रसाद ब कानूनगो जेपी सिंह इस मामले में जमकर धन उगाही कर रहे हैंl और मामले को लीपापोती कर दबाने का प्रयास कर रहे किसानों का कहना है कि झूठा रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को बरगलाने का काम कर रहे हैंl जैसा कि नायब तहसीलदार व कमिश्नर महोदय द्वारा रिपोर्ट प्रेषित की गई है कि इस जमीन पर कोई बात विवाद नहीं है l कानूनगो लेखपाल का इस तरह का रिपोर्ट कहीं ना कहीं संदेह के घेरे में है l जिस जमीन पर दीवानी का मुकदमा हो स्थगन आदेश हो उस जमीन को रिपोर्ट में विवाद मुक्त बताया जाता है l कुछ काश्तकारों का कहना है कि वर्तमान ग्राम प्रधान रामविलास यादव द्वारा जो जमीन जबरिया कब्जा किया जा रहा है l उस जमीन का न ही बैनामा है ना ही उनकी है l बताया जा रहा है कि गाटा संख्या 1273 में जो प्रधान द्वारा जमीन खरीदी गई है l वह जमीन सड़क से पीछे की है l लेकिन जबरिया बलपूर्वक सड़क पर कब्जा किया जा रहा है l