B.Ed के विद्यार्थियों ने रिक्शा स्टैंड पर धरना प्रदर्शन और जुलूस निकाला
उपेन्द्र कुमार पांडेय आजमगढ़
आजमगढ़:: सैकड़ो बीएड अभ्यर्थी शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को जोरदार ढंग से उठाया छात्रों ने कहा कि हमने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा दिनांक 28 जून 2018 को जारी हुए भारत के राजपत्र के अनुसार ही बीएड डिग्री हासिल किया है या कर रहे हैं उक्त राजपत्र को पत्र में साफ शब्दों में कहा गया है कि 2 वर्षीय बीएड डिग्री धारक प्राथमिक शिक्षक पद के योग्य होंगे राजपत्र को देखकर ही हमने हम सब ने 2 वर्ष लगाकर बेड पूरा किया लाखों रुपए फीस जमा करके अपडेट सीटेट उत्तरी कर शिक्षक बने की योग्यताओं द्वारा पूरा कर लिया हम सब शिक्षक बनने के बाजार बाहर किया जा रहे हैं हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूरा सम्मान करते हैं 11 अगस्त के को आए निर्देश से हम जान पाए कि एनसीटी हुए हमारे साथ खिलवाड़ किया है इसलिए हमारे सवाल सिर्फ एनसीटी से भारत सरकार से देश के करोड़ों छात्र जिन्होंने आपके गजट पर भरोसा कर बीएड किया है वर्तमान समय में कर रहे हैं तो आखिर उनका गुनाह क्या है b.ed छात्रों में अपडेट सीटेट पास करते हुए केंद्रीय विद्यालय बिहार शिक्षक भर्ती और अन्य वैकेंसी भर्ती में सम्मिलित हुए हैं लेकिन आज उन्हें नौकरी देने के बजे बाहर करने की कार्रवाई की जा रही है देश के करोड़ों में गुना बीएड छात्रों के भौतिक अधिकार व गरिमापुर जीवन के अधिकार का हनन क्यों किया जा रहा है देश के राजपत्र पर भरोसा करने में हम अपराधी कैसे हो गए हमारी मांग है कि एनसीटी नया संवैधानिक गजट संशोधन लाकर देश के करोड़ों वीर छात्रों को पुन योग्य बनाकर शामिल करें भारत सरकार से गुजारिश है कि अध्यादेश लाकर हमारे मांगों को पूरा करें जुलूस रिश्ता स्टैंड से निकलकर अग्रसेन चौराहा ,कुंवर सिंह उद्यान गढ़ी 13 होते हुए रायपुर भगत सिंह प्रतिमा से निकलकर जिला अधिकारी कार्यालय पर एनसीटी अध्यक्ष को और प्रधानमंत्री को शपथ देने के साथ समाप्त किया गया. इस मौके पर हरिकृष्णा यादव, नितेश यादव ,रुद्र प्रताप दुबे सैकड़ो अभ्यर्थी मौजूद थे