खोराबार क्षेत्र में जीडीए का चला बुलडोजर, विरोध करने पर लौटे
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर। गोरखपुर विकास प्राधिकरण के तहत खोराबार क्षेत्र में अधिग्रहण के बाद स्थानीय लोगों का विरोध सामने आने लगा है। अभी तक आपसी बातचीत से मामला सुलझाने की कवायद चल रही थी किन्तु जब जीडीए द्वारा बुलडोजर चलाने की बात आई तब ग्रामीणों के विरोध के सामने जीडीए को वापस लौटना पड़ा।
दरअसल खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी परियोजना के तहत कार्य चल रहा हैं। सोमवार को दोपहर बाद जीडीए के अधिकारी एसडीएम पीके सिंह एवं एक्सिएन किशन सिंह बुलडोजर के साथ पहुंचे। पुलिस बल की मौजूदगी में जंगल सिकरी उर्फ खोराबार में एक अर्धनिर्मित मकान पीलर पाया , टीनशेड की तीन कमरों की मकान एवं सीमेंट शीट से बनी एक लोगों के मकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। बताया गया ध्वस्त किए गए मकान के लोग बाहर से आकर जमीन खरीदे हैं। उसके बाद टीम जंगल सिकरी उर्फ खोराबार के जमुना टोला के समीप पप्पू राय के दो कमरों की पक्के मकान को तोड़ने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। पप्पू राय का दो कमरों का पक्का मकान जिसमे वह गिट्टी बालू का कारोबार करते हैं। उक्त मकान का एक कमरे का छत वह खुद पहले तोड़ दिये हैं। ग्रामीणों व अधिकारियों की बीच 30 मिनट तक बहस के बाद टीम वापस लौट गयी।
ग्रामीणों ने बताया कि मकान तोड़ने की नोटिस ( आदेश ) दिखाने को कहा तो अधिकारी नोटिस नही दिखाए। दूसरी ओर अधिकारोयों द्वारा ग्रामीणों को समझाया गया कि अभी खाली बाउंड्री टीनशेड सीमेंट शीट वाले घरों तथा अर्धनिर्मित मकानों जिसमे कोई रह नही रहा है उसे तोड़ा जा रहा है। जिन मकानों में लोग परिवार सहित रह रहे हैं उसे अभी नही तोड़ा जाएगा।