"IPL 2025 में तंबाकू-शराब के विज्ञापनों पर लगेगा ब्रेक! हेल्थ मिनिस्ट्री ने चेयरमैन को लिखा सख्त पत्र"
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 की शुरुआत से पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल को एक महत्वपूर्ण पत्र लिखा है। इस पत्र में मंत्रालय ने टूर्नामेंट के दौरान तंबाकू और शराब के सभी प्रकार के विज्ञापनों, विशेष रूप से सरोगेट विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंताएं
स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक अतुल गोयल द्वारा लिखे गए इस पत्र में बताया गया है कि भारत में हृदय रोग, कैंसर, क्रोनिक फेफड़ों की बीमारियां, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी गैर-संचारी बीमारियों का बड़ा बोझ है, जो सालाना 70% से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार हैं। इन बीमारियों के प्रमुख जोखिम कारक तंबाकू और शराब का सेवन हैं। भारत में तंबाकू से संबंधित मौतों में हम दुनिया भर में दूसरे स्थान पर हैं, जहां लगभग 14 लाख वार्षिक मौतें होती हैं। इसके अलावा, शराब भारतीयों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे आम मनो-सक्रिय पदार्थ है।
आईपीएल के प्रभाव और जिम्मेदारियां
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि आईपीएल भारत का सबसे बड़ा खेल मंच है, जहां अधिकांश क्रिकेट प्रेमी टीवी पर इसका आनंद लेते हैं। इस कारण, आईपीएल विज्ञापनदाताओं के लिए एक बड़ा अवसर बन जाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि क्रिकेट खिलाड़ियों का नैतिक कर्तव्य है कि वे सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दें। वे युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना उनका काम है। आईपीएल जैसे बड़े मंच पर खिलाड़ियों को सरकार की स्वास्थ्य पहल का समर्थन करना चाहिए, यह समाज और नैतिकता की जिम्मेदारी है।
निर्देशों का पालन और निगरानी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईपीएल आयोजकों से आग्रह किया है कि वे स्टेडियम परिसर में और प्रसारण के दौरान सभी प्रकार के तंबाकू और शराब के प्रचार पर प्रतिबंध लगाने वाले नियमों को सख्ती से लागू करें। इसके अलावा, खिलाड़ियों (कमेंटेटरों सहित) के प्रचार को हतोत्साहित करने का भी निर्देश दिया गया है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शराब या तंबाकू से जुड़े उत्पादों का समर्थन करते हैं।
समाज पर संभावित प्रभाव
स्वास्थ्य मंत्रालय के इस कदम का उद्देश्य युवाओं और समाज के अन्य वर्गों को तंबाकू और शराब के सेवन से होने वाले खतरों से बचाना है। आईपीएल जैसा बड़ा मंच यदि इन उत्पादों के विज्ञापनों से मुक्त रहेगा, तो यह समाज में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।