ममता बनर्जी को घेरने की तैयारी में राहुल गांधी, लेकिन बंगाल दिल्ली नहीं!
लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिस तरह दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को घेरने की रणनीति अपनाई, अब वही तरीका पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के खिलाफ अपनाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या बंगाल भी दिल्ली की तरह कांग्रेस के लिए आसान होगा?
राहुल गांधी की रणनीति
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व पश्चिम बंगाल में टीएमसी के खिलाफ विपक्षी दलों को मजबूत करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस का मानना है कि ममता बनर्जी पर भ्रष्टाचार के आरोपों और राज्य में बढ़ती राजनीतिक हिंसा को लेकर उन्हें घेरा जा सकता है।
बंगाल बनाम दिल्ली: कांग्रेस की चुनौती
दिल्ली में आप और कांग्रेस का गठबंधन पहले से ही अस्थिर था, और केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद स्थिति कांग्रेस के लिए थोड़ी अनुकूल हुई। लेकिन बंगाल में तस्वीर बिल्कुल अलग है—
- टीएमसी का मजबूत जनाधार: ममता बनर्जी की पकड़ अभी भी ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में मजबूत है।
- भाजपा की मुख्य विपक्षी भूमिका: पश्चिम बंगाल में भाजपा मुख्य विपक्षी दल बन चुकी है, जिससे कांग्रेस के लिए टीएमसी को सीधी चुनौती देना मुश्किल है।
- कांग्रेस का कमजोर संगठन: बंगाल में कांग्रेस की स्थिति दिल्ली से भी ज्यादा कमजोर है।
क्या राहुल की चाल सफल होगी?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी को ममता बनर्जी के खिलाफ रणनीति बनाते वक्त बंगाल की जमीनी हकीकत को समझना होगा। दिल्ली में आप और कांग्रेस की खींचतान ने भाजपा को फायदा पहुंचाया, जबकि बंगाल में ऐसा करना टीएमसी और भाजपा दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
अब देखना यह है कि राहुल गांधी और कांग्रेस ममता बनर्जी के खिलाफ कितनी मजबूत रणनीति बना पाते हैं, और क्या बंगाल में भी दिल्ली जैसी स्थिति दोहराई जा सकती है या नहीं।