नवरात्रि में मीट बैन की डिमांड पर कांग्रेस सांसद का बयान – राजनीति तेज़
नई दिल्ली: नवरात्रि के दौरान मीट बैन को लेकर चल रही बहस पर कांग्रेस सांसद ने बड़ा बयान दिया है। जहां हिंदू संगठनों और कुछ नेताओं ने नवरात्रि के दौरान मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की, वहीं कांग्रेस सांसद ने इस पर सख्त प्रतिक्रिया दी है।
क्या कहा कांग्रेस सांसद ने?
कांग्रेस सांसद ने कहा कि "भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां हर व्यक्ति को अपनी पसंद से खाने का अधिकार है।" उन्होंने आगे कहा कि "धर्म और आस्था का सम्मान होना चाहिए, लेकिन किसी पर जबरन कोई चीज़ थोपना सही नहीं है।"
मीट बैन को लेकर बढ़ी राजनीति
नवरात्रि के दौरान मीट की बिक्री और सेवन को लेकर देश में हर साल बहस छिड़ जाती है। इस बार भी कुछ हिंदू संगठनों और भाजपा नेताओं ने मांग की है कि नवरात्रि के दौरान मांसाहार की बिक्री पर रोक लगाई जाए। कई शहरों में इसे लेकर प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया है। वहीं, कांग्रेस सांसद के बयान से यह मामला और गरमा गया है।
सियासी गलियारों में बयानबाज़ी तेज़
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सांसद के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि "धार्मिक आस्था का सम्मान जरूरी है, नवरात्रि के दौरान मीट की बिक्री पर रोक लगनी चाहिए।" वहीं, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि "यह लोगों की व्यक्तिगत पसंद का मामला है और सरकार को इसमें दखल नहीं देना चाहिए।"
जनता की राय क्या?
इस मुद्दे पर जनता भी दो गुटों में बंटी दिख रही है। एक तरफ लोग इसे धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मामला बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन कहा जा रहा है।