fridge, कुकर, तंदूर, सूटकेस, ड्रम...प्रेम और विश्वासघात के खौफनाक अंत: जब घरेलू वस्तुएं बनीं शवों के छुपाने का साधन
प्यार और रिश्तों में विश्वासघात के परिणामस्वरूप कई भयावह अपराध सामने आए हैं, जहां अपराधियों ने शवों को छुपाने के लिए फ्रिज, कुकर, तंदूर, सूटकेस, ड्रम जैसी घरेलू वस्तुओं का उपयोग किया। ये घटनाएं समाज को झकझोर देने वाली हैं और हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि कैसे प्रेम और विश्वास का दुरुपयोग खतरनाक मोड़ ले सकता है।
मेरठ का ड्रम हत्याकांड (2025)
मेरठ में सौरभ राजपूत की पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर सौरभ की हत्या की। हत्या के बाद, उन्होंने शव के टुकड़े कर उन्हें एक ड्रम में भरकर सीमेंट से सील कर दिया। यह घटना समाज में बढ़ती घरेलू हिंसा और विश्वासघात की चरम सीमा को दर्शाती है।
दिल्ली का तंदूर कांड (1995)
दिल्ली में सुशील शर्मा ने अपनी पत्नी नैना साहनी की हत्या कर उसके शव को एक तंदूर में जलाने का प्रयास किया। यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बना और न्याय प्रणाली की कार्यवाही पर सवाल उठाए गए।
श्रद्धा वालकर हत्याकांड (2022)
दिल्ली में आफताब पूनावाला ने अपनी प्रेमिका श्रद्धा वालकर की हत्या कर उसके शव के टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में छुपाया। बाद में, उसने इन टुकड़ों को विभिन्न स्थानों पर फेंक दिया। यह मामला रिश्तों में बढ़ती हिंसा की ओर इशारा करता है।
मुंबई का कुकर हत्याकांड (2023)
मुंबई में मनोज साहनी ने अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या कर शव के टुकड़े किए और उन्हें प्रेशर कुकर में उबालने का प्रयास किया। यह घटना समाज में बढ़ती क्रूरता और मानसिक विकृति को दर्शाती है।
बेंगलुरु का सूटकेस हत्याकांड (2024)
बेंगलुरु में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर उसके शव को सूटकेस में भरकर ठिकाने लगाने की कोशिश की। पुलिस ने जांच के दौरान इस भयावह सच्चाई का खुलासा किया।
समाज के लिए संदेश
इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि रिश्तों में विश्वासघात, गुस्सा और मानसिक अस्थिरता के कारण अपराध की प्रवृत्ति बढ़ रही है। समाज को चाहिए कि वह मानसिक स्वास्थ्य, संवाद और पारिवारिक मूल्यों पर जोर दे, ताकि ऐसे भयावह अपराधों को रोका जा सके।