गोरखपुर के गालीबाज तहसीलदार के खिलाफ हुई कार्रवाई
कृपा शंकर चौधरी
गोरखपुर जनपद के एक प्रशासनिक अधिकारी इस कदर मनबढई पर उतर आए कि उन्हें यह ख्याल नहीं रहा कि उनके मुंह से निकलने वाले शब्द समाज पर क्या प्रभाव डालेंगे। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो गालियों की ऐसी बौछार जिसे सुनकर कभी-कभी अचंभा हो सकता है कि वह प्रशासनिक अधिकारी का आखिरकार बैकग्राउंड कैसा रहा होगा कि वह इस कदर भड़क गया कि जैसे किसी ओलंपिक में गाली देने की प्रतियोगिता में भाग ले रहा हो। हालांकि इसका विरोध होने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उनके ऊपर एक्शन लिया गया है लेकिन गलियों को सुनने वालों ने आगे की रणनीति बनाते हुए सरकार से कोई गंभीर दंड दिलवाने की बात कर रहे हैं।
मामला गोरखपुर जनपद के सदर तहसील का है जहां बीते कुछ दिनों से एक पत्रकार पवन गुप्ता द्वारा तहसील में पहले भ्रष्टाचार की खबरों को लगातार लिखा जा रहा था इस पर जैसा कि पत्रकार पवन गुप्ता ने बताया कि तहसीलदार सदर ने उनको व्हाट्सएप पर कॉल किया और उनको तथा स्थानीय वकीलों को दलाल शब्द से संबोधित किया इसके बाद उन्होंने बिना रुके गलियों की ऐसी बौछार कर दी मानो उन्हें बहुत पहले से गाली देने का अभ्यास हो बिना रुके तहसीलदार गाली देते रहे प्राथमिक की दर्ज करने की धमकी भी देते रहे इसे देखते हुए पत्थर का पत्रकार संगठनों और वकीलों में आक्रोश देखा जा रहा है सदर तहसीलदार के इस वायरल वीडियो से पत्रकार संगठनों और वकीलों ने जबरदस्त आक्रोश व्यक्त करते हुए सदर तहसीलदार के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने का मन बनाया है हालांकि मामले को गंभीरता देखते हुए जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश द्वारा जनहित एवं शासकीय कार्य हित में ज्ञान प्रताप सिंह तहसीलदार तहसील कैंपियरगंज का स्थानांतरण तहसील सदर में तात्कालिक प्रभाव से किया गया और गालीबाज ध्रुर्वेश कुमार सिंह तहसीलदार तहसील सदर को अग्रिम आदेश तक प्रतीक्षारत रखा गया है।
गालीबाज तहसीलदार का ऑडियो वायरल होने पर सामान्य जनता की प्रतिक्रियाएं सामने आ रहे हैं रही है। लोगों में यह बात कही जा रही है कि जब पत्रकारों को तहसीलदार कुछ नहीं समझ रहा है तो आम जनता को क्या समझेगा।