नाली ध्वस्तीकरण प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध होगी कठोर कार्रवाई: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा रानीपुरवा नाली प्रकरण की जांच हेतु समिति गठित
शासकीय निधि की क्षति के मामले में जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान, जांच के आदेश
नाली ध्वस्तीकरण प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध होगी कठोर कार्रवाई: जिलाधिकारी
रानीपुरवा में जलभराव की आशंका पर प्रशासन सक्रिय, स्थल निरीक्षण के निर्देश
राकेश सिंह
गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनपद गोंडा की ग्राम पंचायत रानीपुरवा (जानकी नगर) में नाली निर्माण कार्य के संदर्भ में उत्पन्न विवाद का त्वरित संज्ञान लेते हुए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है।
विदित हो कि दिनांक 28.04.2025 को ग्राम रानीपुरवा के नागरिकों द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना पत्र में यह आरोप लगाया गया कि ग्राम प्रधान द्वारा कम्पोजिट विद्यालय रानीपुरवा के पास निर्मित कराई जा रही नाली को दिनांक 22.04.2025 को जेसीबी मशीन द्वारा तोड़कर पाट दिया गया, जिससे जल निकासी बाधित होने की स्थिति उत्पन्न हो गई है तथा कई आवासीय घरों में जलभराव की समस्या की आशंका प्रकट की गई है। प्रकरण को अत्यंत गंभीर एवं शासकीय धनराशि की क्षति से संबंधित मानते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से निम्नलिखित अधिकारियों की जांच समिति का गठन किया गया है। समिति में अभियंता (दस्तावेजी), जिला पंचायत, गोंडा, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत, गोंडा, सहायक अभियंता, जिला पंचायत, गोंडा, वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग,गोंडा शामिल हैं। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है कि उपरोक्त समिति त्वरित स्थलीय निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करे कि नाली निर्माण कार्य को क्षतिग्रस्त करने में किन व्यक्तियों की संलिप्तता रही है, तथा इस कार्यवाही से शासकीय निधि को कितनी आर्थिक क्षति हुई है। समिति को निर्देशित किया गया है कि वे समस्त तथ्यों सहित परीक्षणोपरांत अपनी आख्या जल्द से जल्द प्रस्तुत करें, जिससे दोषियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि शासकीय कार्यों में अनधिकृत हस्तक्षेप किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है तथा ऐसे मामलों में दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।