देर शाम तक पत्रकारों का धरना प्रदर्शन जारी भीम आर्मी सेना ने भी दिया समर्थन
राकेश सिंह
गोण्डा। महिला पत्रकार व उसके परिजनों को मारने-पीटने तथा उसकी नाबालिग बहन के साथ छेड़छाड़ के मामले में कोतवाली देहात पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित जिला पंचायत टीनशैड के नीचे धरना-प्रदर्शन शुरू हुआ, जिसमें पत्रकारों के साथ ही भीम आर्मी सेना के लोग भी शामिल हुए।
शुक्रवार को सुबह ही पत्रकार रूबी अवस्थी बड़ी संख्या में पत्रकारों के साथ धरने पर बैठ गयीं। इस दौरान भीम आर्मी सेना ने भी समर्थन में आ गयी और धरना-प्रदर्शन में तमाम लोग शामिल हुए। पत्रकार रूबी अवस्थी ने कहा कि उनके गांव के ही दबंग किस्म के लोगों ने उसे तथा उसके परिजनों को मारा-पीटा जिसमें उसके भाई का लखनऊ में इलाज चला। इस मामले में पुलिस ने 14 मार्च को मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन बाद में विपक्षियों से भी साठगांठ करके दूसरे दिन क्रास केस दर्ज कर दिया। इससे आरोपियों का मनोबल बढ़ गया जिसका नतीजा यह हुआ कि 21 मार्च को उसकी नाबालिग बहन से विपक्षियों ने छेड़छाड़ की। बदनीयती से उसका कपड़ा फाड़ दिया गया, जिसके संबंध में राज्यपाल व मुख्यमंत्री के साथ ही जनपद के सभी प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसकी बहन के साथ की गयी बदसलूकी का मामला आरोपियों के खिलाफ देहात कोतवाल ने दर्ज करने से साफ इंकार कर दिया। इससे निराश होकर उसने शुक्रवार से धरना-प्रदर्शन शुरू किया है। इस अवसर पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के साथ ही भीम आर्मी सेना ने भी धरना-प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया। शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन के दौरान प्रदीप तिवारी, अनिल दूबे, अशोक पाठक, ए आर उस्मानी, किशोर जायसवाल, खुशबू कनौजिया, जितेन्द्र कुमार सोनकर, जोगेन्द्र प्रसाद, रवीन्द्र कुमार द्विवेदी, मुन्नालाल पांडेय, राजकुमार तिवारी, विनोद तिवारी, विशाल गुप्ता, अमित गौतम, राहुल तिवारी, दुर्गेश जायसवाल, सूर्य मणि द्विवेदी, शनि सिंह, नीरज शुक्ला, करन बौद्ध, अमरेश प्रजापति, अमित कुमार गौतम, अशोक कुमार, देवी प्रसाद, संतोष भारती, शिव कुमार, उपेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में पत्रकार व भीम आर्मी सेना के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इनसेट
बेनतीजा रही वार्ता
धरने पर बैठे पत्रकारों से बातचीत करने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे लेकिन बात नहीं बनी। शाम को फिर सीओ सिटी के साथ सिटी मजिस्ट्रेट धरना स्थल पर पहुंचे और पत्रकारों से बातचीत की। अधिकारियों ने कहा कि आज धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दीजिए और कल पुलिस अधीक्षक से वार्ता कर लें, लेकिन इस सुझाव को पत्रकारों ने मानने से इंकार कर दिया। देर शाम तक धरना-प्रदर्शन जारी रहा।