भारत का रक्षा निर्यात 34 गुना बढ़ा, 2024-25 में रिकॉर्ड 23,622 करोड़
भारत का रक्षा निर्यात 2024-25 में 23,622 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो 2013-14 के मुकाबले 34 गुना अधिक है। 100 देशों को निर्यात हो रहे भारतीय रक्षा उत्पादों का लक्ष्य 2029 तक 50,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने का है।
मई 13, नई दिल्ली:
भारत अब आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। देश में निर्मित रक्षा उपकरणों का निर्यात 100 से अधिक देशों में हो रहा है। वित्त वर्ष 2024-25 में रक्षा निर्यात 23,622 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो कि साल 2013-14 में सिर्फ 686 करोड़ रुपये था। इस प्रकार, 2013-14 के मुकाबले रक्षा निर्यात में 34 गुना वृद्धि हुई है।
इस वृद्धि में सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों (डीपीएसयू) का योगदान महत्वपूर्ण है, जिन्होंने इस वर्ष अपने निर्यात में 42.85 प्रतिशत की बढ़ोतरी की। वित्त वर्ष 2024-25 में निजी क्षेत्र ने 15,233 करोड़ रुपये का निर्यात किया, जबकि डिफेंस पीएसयू ने 8,389 करोड़ रुपये का निर्यात किया। इस दौरान निर्यात प्राधिकरण में 16.92 प्रतिशत की वृद्धि हुई और निर्यातकों की संख्या में 17.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
भारत का रक्षा निर्यात वर्ष 2029 तक 50,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने का लक्ष्य है, जिससे वैश्विक रक्षा विनिर्माण में देश की उपस्थिति और मजबूत होगी।