’लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी सुनील सिंह ने प्रदेश में हुई भीषण ओलाविष्ट एवं बरसात से फसलों के नष्ट होने के कारण किसानों को हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा बीमा कंपनियों को निर्देशित करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश का किसान इस दैवी आपदा से भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है सरकारी देव कर्ज के भुगतान तथा परिवार के भरण.पोषण की समस्या उसके सामने मुंह फैलाए खड़ी है। यदि किसान को फौरन राहत न पहुंचाई गई तो उसके सामने आत्मदाह के अलावा कोई विकल्प नहीं है’ इसलिए सरकार बीमा कंपनियों पर भुगतान की जिम्मेदारी डाल कर अपने दायित्वों से मुक्त नहीं हो सकती है किसान को कर्ज देते समय बैंक बीमा का पैसा पहले ही काट कर भुगतान करते हैं तो जिम्मेदारी तो बैंक की बनती है कि वह बीमा कंपनी से पैसा वसूल कर तुरंत किसानों को दें या स्वयं किसानों को तुरंत भुगतान कर बीमा कम पैसा वसूलते रहे यदि बैंक बीमा कंपनी के किसान को तुरंत राहत पहुंचाने में आनाकानी करते हैं तो सरकार को अपने कोष से तुरंत भुगतान करना चाहिए सरकार द्वारा तुरंत यह कदम न उठाने पर लोकदल किसान हित में सड़क पर उतरकर एक जन आंदोलन के माध्यम से सरकार को मजबूर कर देगा कि वह किसान हित में शीघ्र कदम उठाए।
लखनऊ ब्यूरो
’लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी सुनील सिंह ने प्रदेश में हुई भीषण ओलाविष्ट एवं बरसात से फसलों के नष्ट होने के कारण किसानों को हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा बीमा कंपनियों को निर्देशित करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश का किसान इस दैवी आपदा से भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है सरकारी देव कर्ज के भुगतान तथा परिवार के भरण.पोषण की समस्या उसके सामने मुंह फैलाए खड़ी है। यदि किसान को फौरन राहत न पहुंचाई गई तो उसके सामने आत्मदाह के अलावा कोई विकल्प नहीं है’ इसलिए सरकार बीमा कंपनियों पर भुगतान की जिम्मेदारी डाल कर अपने दायित्वों से मुक्त नहीं हो सकती है किसान को कर्ज देते समय बैंक बीमा का पैसा पहले ही काट कर भुगतान करते हैं तो जिम्मेदारी तो बैंक की बनती है कि वह बीमा कंपनी से पैसा वसूल कर तुरंत किसानों को दें या स्वयं किसानों को तुरंत भुगतान कर बीमा कम पैसा वसूलते रहे यदि बैंक बीमा कंपनी के किसान को तुरंत राहत पहुंचाने में आनाकानी करते हैं तो सरकार को अपने कोष से तुरंत भुगतान करना चाहिए सरकार द्वारा तुरंत यह कदम न उठाने पर लोकदल किसान हित में सड़क पर उतरकर एक जन आंदोलन के माध्यम से सरकार को मजबूर कर देगा कि वह किसान हित में शीघ्र कदम उठाए।
’लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी सुनील सिंह ने प्रदेश में हुई भीषण ओलाविष्ट एवं बरसात से फसलों के नष्ट होने के कारण किसानों को हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा बीमा कंपनियों को निर्देशित करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश का किसान इस दैवी आपदा से भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है सरकारी देव कर्ज के भुगतान तथा परिवार के भरण.पोषण की समस्या उसके सामने मुंह फैलाए खड़ी है। यदि किसान को फौरन राहत न पहुंचाई गई तो उसके सामने आत्मदाह के अलावा कोई विकल्प नहीं है’ इसलिए सरकार बीमा कंपनियों पर भुगतान की जिम्मेदारी डाल कर अपने दायित्वों से मुक्त नहीं हो सकती है किसान को कर्ज देते समय बैंक बीमा का पैसा पहले ही काट कर भुगतान करते हैं तो जिम्मेदारी तो बैंक की बनती है कि वह बीमा कंपनी से पैसा वसूल कर तुरंत किसानों को दें या स्वयं किसानों को तुरंत भुगतान कर बीमा कम पैसा वसूलते रहे यदि बैंक बीमा कंपनी के किसान को तुरंत राहत पहुंचाने में आनाकानी करते हैं तो सरकार को अपने कोष से तुरंत भुगतान करना चाहिए सरकार द्वारा तुरंत यह कदम न उठाने पर लोकदल किसान हित में सड़क पर उतरकर एक जन आंदोलन के माध्यम से सरकार को मजबूर कर देगा कि वह किसान हित में शीघ्र कदम उठाए।
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