राजित राम यादव , बस्ती
पापी पेट ने मजबूर कर दिया है रोजी रोटी का सवाल है इसलिए ना मास्क है ना दो गज की दूरी
बस्ती जिले में ऐसे कई जगह हैं जहां सुबह 8:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक मजदूर लाइन में खड़े होकर रोजी रोटी का तलाश करते हैं
बस्ती शहर के कटरा मे मजदूरों की मंडी लगी हुई मजदूरों को नहीं पता है 2 गज की दूरी और मास्क लगाना । परिवार और खुद को जिंदा रखने के लिए बस रोजी-रोटी मिल जाए इसी की तलाश में दो-तीन घंटा खड़े रहते हैं मजदूर।मौजूदा सरकार के किए गए सारे दावे सिर्फ कागजों में सिमटे हुए हैं श्रम विभाग कार्यालय में बैठकर पंखे का हवा खा रहा है।
बस्ती जिले में बढ़ते हुए कोरोनावायरस के केसों को देखते हुए ऐसा लगता है इन मजदूरों का भगवान ही मालिक है। पूरे देश में 65% आबादी सिर्फ मजदूरों की है लेकिन फिर भी शासन प्रशासन के तरफ से कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराया जा रहाहै। ऐसी स्थिति में कई मजदूरों ने अपनी पीड़ा व्यक्त की कि गांव में रोजगार नहीं है ऊपर से बरसात का मौसम और करोना की महामारी, मरता क्या न करता।
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